WhatsApp अपने यूजर्स की कर रहा जासूसी, Telegram का दावा
Telegram फाउंडर Pavel Durov ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें दावा किया गया है कि WhatsApp एक स्पाई प्रोग्राम का हिस्सा है
नई दिल्ली, टेक डेस्क। इंस्टैंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp को लेकर कई तरह के विवाद सामने पिछले कुछ समय से उजागर हो रहे हैं। इनमें सबसे ऊपर सुरक्षा का मुद्दा है। ताजा मामला यह है कि इजरायली सिक्योरिटी फर्म NSO WhatsApp की कमियों का इस्तेमाल करते हुए यूजर्स पर नजर रख रही है। इसके बाद यह खबर सामने आई थी कि एक करप्ट वीडियो फाइल यूजर्स के फोन को हैक करने की अनुमति हैकर्स को देती है। इन सब मामलों को लेकर Telegram फाउंडर Pavel Durov ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट लिखा है जिसमें दावा किया गया है कि WhatsApp एक स्पाई प्रोग्राम का हिस्सा है।
Durov ने लिखा है, “WhatsApp सिर्फ आपके मैसेज की सुरक्षा करने में असफल नहीं हुआ है बल्कि यह ऐप लगातार आपके नॉन-WhatsApp फोटोज और मैसेजेज की निगरानी के लिए Trojan का इस्तेमाल कर रहा है। वो ऐसा क्यों करेंगे? WhatsApp को टेक ओवर करने से काफी पहले से Facebook भी इस तरह के प्रोग्राम का हिस्सा है। यह सोचना बेकार है कि कंपनी अधिग्रहण के बाद अपनी नीतियों में बदलाव करेगी।”
उन्होंने अपने पोस्ट में यह भी लिखा है कि अगर यूजर्स अपने फोटोज और मैसेजेज को सार्वजनिक नहीं कराना चाहते हैं तो यूजर्स को अपने फोन से WhatsApp को डिलीट कर देना चाहिए। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब Durov ने WhatsApp की आलोचना की है। इससे पहले मई महीने में भी इन्होंने WhatsApp स्पाईवेयर हैक को लेकर एक ब्लॉग पोस्ट लिखा था कि WhatsApp कभी भी Telegram की तरह सिक्योर नहीं हो सकता है।
कुछ दिन पहले एक अननोन वीडियो कॉल के जरिए डाटा प्राइवेसी और हैकिंग का मामला उजागर हुआ था। वहीं, अब एक और मामला सामने आया था जिसमें हैकर्स यूजर्स को MP4 वीडियो फाइल भेजकर मेलवेयर अटैक करने की कोशिश में थे और कर भी रहे थे। इस अटैक की वजह से आपके स्मार्टफोन की डिटेलिस लीक हो जाती हैं।