आखिर क्यों मचा है IUC चार्ज पर घमासान, पढ़ें मामले के पीछे की पूरी स्टोरी
IUC चार्ज को लेकर अगर आपके मन में भी कोई सवाल उठ रहे हैं तो यहां हम आपको आपके सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं।
नई दिल्ली, शिल्पा श्रीवास्तवा। पिछले काफी समय से मार्केट में IUC (Interconnect Usage Charge) के बारे में कई बातें की जा रही हैं। इसे लेकर देश की दिग्गज कंपनियां Airtel, Vodafone, Idea और Jio के बीच घमासान चल रहा है। अब कंपनियों ने तो इस बात को लेकर जंग छेड़ ही दी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि IUC का पूरा मामला क्या है... और यह मामला कहां से शुरू हुआ है। सबसे अहम बात यह की IUC का आप पर यानी यूजर्स पर क्या असर पड़ेगा। इन सभी बातों को लेकर हमने टेलिकॉम कंपनी Reliance Jio से बात की और उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर अपना पक्ष बताया। IUC को लेकर अगर आपके मन में भी कोई सवाल उठ रहे हैं तो यहां हम आपको आपके सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं।
क्या है IUC (Interconnect Usage Charge)? सबसे पहले ये जानते हैं कि IUC आखिर है क्या। IUC की फुल फॉर्म इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज है। यह चार्ज किसी एक ऑपरेटर को दूसरे ऑपरेटर को देना होता है। यह चार्ज तब दिया जाता है जब किसी एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर को कॉल की जाती है। यह 6 पैसे/प्रति मिनट की दर से चार्ज किया जाता है। जितनी भी देर बात की जाएगी उतनी देर का चार्ज ऑपरेटर को देना होगा। हालांकि, अब तक यह चार्ज यूजर्स से नहीं लिया जा रहा था। लेकिन अब TRAI ने IUC चार्ज वसूले जाने की घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि दो ऑपरेटर्स के बीच की जाने वाली कॉल्स को ऑफ-नेट कॉलिंग कहा जाता है।
जानें कहां से शुरू हुआ IUC पर बवाल: Reliance Jio कंपनी से जब हमने इस बात के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि IUC का मामला मिस कॉल के मामले से लिंक्ड है। Jio यूजर्स की कॉलिंग फ्री होने के चलते दूसरे नेटवर्क यूजर्स उन्हें मिस कॉल देते थे। जिस वजह से जियो यूजर्स को उन्हें कॉल करनी पड़ती थी। इससे जियो के नेटवर्क से कॉलिंग की संख्या बहुत बढ़ गई थी जिसके चलते Relinace Jio को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। हालांकि, इसके बाद भी Jio IUC को लागू न करने के फैसले पर अड़ा हुआ था। वहीं, TRAI भी IUC के पक्ष में नहीं था।
Jio के नेटवर्क से हो रही ज्यादा कॉलिंग के चलते Airtel, Vodafone और Idea को काफी फायदा हुआ क्योंकि Jio ही दूसरे ऑपरेटर्स को IUC चार्ज दे रहा था। Jio की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अभी तक कंपनी ने 13,000 करोड़ रुपये का IUC चार्ज चुकाया है। वहीं, प्रति महीने 200 करोड़ का शुल्क चुकाना पड़ रहा है। ऐसे में Jio ने कॉलिंग के दौरान रिंगिग समय को 25 सेकेंड कर दिया था। कंपनी के फैसले के बाद Airtel, Vodafone और Idea ने भी रिंगिंग टाइम को 25 सेकेंड तक सीमित कर दिया। आपको बता दें कि स्टैंडर्ड रिंगिंग टाइम 35 से 40 सेकेंड होता है।
TRAI ने लिया IUC लागू करने का फैसला: Jio ने बताया कि TRAI भी IUC के पक्ष में नहीं था लेकिन Airtel, Vodafone और Idea ने काफी दवाब डाल कर IUC से संबंधित कंस्लटेशन पेपर जारी करा दिया। दवाब के चलते TRAI ने IUC को लागू कर दिया। TRAI का कहना है कि इसे 1 जनवरी 2020 से लागू कर दिया जाएगा। लेकिन जहां पहले इसके लिए ऑपरेटर्स को 13 पैसे प्रति मिनट दूसरे ऑपरेटर को देने होते थे, वहीं, अब उन्हें 6 पैसे प्रति मिनट देने पड़ रहे हैं।
Reliance Jio ने दिया आधिकारिक बयान:
क्या पड़ेगा यूजर्स पर असर: Jio का कहना है कि अगर IUC को नहीं हटाया गया तो यह कंपनी और यूजर्स दोनों के साथ अनुचित होगा। देश में अब भी 400 मिलियन लोग हैं जो 2G नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये यूजर्स 20 रुपये या 30 रुपये का रिचार्ज कराते हैं। ऐसे में IUC चार्ज का सबसे ज्यादा असर इन्हीं यूजर्स पर पड़ेगा। वहीं, सिर्फ यूजर्स ही नहीं बल्कि कंपनियों को भी इसका असर झेलना होगा। अगर Jio की बात करें तो कंपनी ने IUC चार्ज के लिए कुछ प्लान्स पेश किए हैं जो यूजर्स के तब काम आएंगे जब वो किसी अन्य ऑपरेटर के नंबर पर कॉल करेंगे।
Jio ने यूजर्स को दिया अतिरिक्त डाटा का तोहफा: Jio ने IUC प्लान्स पेश किए हैं। पहला प्लान 10 रुपये का है। इसमें 124 मिनट IUC मिनट्स नॉन-जियो यूजर्स के लिए दिए जाएंगे। इसके साथ ही 1 जीबी डाटा भी दिया जाएगा। दूसरा प्लान 20 रुपये का है। इस प्लान में यूजर्स को 249 IUC मिनट्स नॉन-जियो यूजर्स के लिए दिए जाएंगे। इसके साथ ही 2 जीबी डाटा भी दिया जाएगा। तीसरा प्लान 50 रुपये का है। इसमें यूजर्स को 656 IUC मिनट्स नॉन-जियो यूजर्स के लिए दिए जाएंगे। साथ ही 5 जीबी डाटा भी उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, चौथा प्लान 100 रुपये का है। इसके तहत 1362 IUC मिनट्स नॉन-जियो यूजर्स के लिए और 10 जीबी डाटा दिया जाएगा।