व्हाट्सएप पेमेंट फीचर आने पर पेटीएम खतरे में, ट्विटर पर छिड़ी जंग
ट्विटर पर पेटीएम संस्थापक ने व्हाट्सएप पेमेंट फीचर को लेकर किया ट्वीट, सुननी पड़ी लोगों की लताड़
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। व्हाट्सएप के पेमेंट फीचर लॉन्च होने के बाद यकीनन बाजार में मौजूद प्रतिस्पर्धियों में खलबली से मच गई है। इसका सीधा उदाहरण पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा कहे जा सकते हैं। शर्मा ने ट्विटर पर पॉपुलर मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को ट्विटर पर UPI सिस्टम को खत्म करने वाला कहा। ऐसा उन्होंने व्हाट्सएप के नए पेमेंट फीचर को गौर कर के कहा। उनका कहना था की व्हाट्सएप पेमेंट फीचर को लेकर UPI सिस्टम का खात्मा कर रहा है।
शर्मा ने ट्वीट किया-'' फ्री बेसिक्स की घटिया ट्रिक्स के साथ भारत के ओपन इंटरनेट के खिलाफ जंग हारने के बाद फेसबुक ने दोबारा गेम में एंट्री की है। फेसबुक UPI सिस्टम को अपने इम्प्लीमेंटेशन से खत्म कर रहा है। ''
After failing to win war against India’s open internet with cheap tricks of free basics, Facebook is again in play.
Killing beautiful open UPI system with its custom close garden implementation.
I am surprised, champions of open @India_Stack , let it happen ! https://t.co/wIsNuF1AiB— Vijay Shekhar (@vijayshekhar) February 14, 2018
उन्होंने आगे लिखा- '' माइक्रोसॉफ्ट ने यह ओपन वेब स्टैंडर्ड्स के साथ किया था और अब व्हाट्सएप UPI के साथ कर रहा है।''
क्या प्रतिस्पर्धा का है डर?
पेटीएम के बाजार में आने बाद से ही उसकी इतनी पॉपुलैरिटी नहीं थी। नोटबंदी के बाद जब लोगों के पास पेमेंट करने के लिए कोई विकल्प नहीं था तब पेटीएम को बूम मिली। छोटे-छोटे स्टाल्स या दुकानों पर जहां डेबिट कार्ड स्वाइप की सुविधा नहीं थी। वहां पेटीएम ने अपनी पकड़ मजबूत की। लेकिन इसके सामने व्हाट्सएप के पहले से ही बहुत यूजर्स हैं। व्हाट्सएप मैसेजिंग की पॉपुलर एप है, जिसको सही मायने में अब तक कोई मैसेजिंग एप कड़ी प्रतिस्पर्धा नहीं दे पाई। ऐसे में, व्हाट्सएप में पेमेंट फीचर आने से जाहिर तौर पर पेटीएम के कुछ यूजर्स तो जरूर बंट जाएंगे। इसलिए फिलहाल पेटीएम को व्हाट्सएप से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने वाली है।
व्हाट्सएप ने तो शर्मा के इस ट्वीट का जवाब नहीं दिया। लेकिन मोबिविक और PayU ने पेटीएम के संस्थापक को जरूर जवाब दिया। देखिए इस ट्वीट पर शर्मा को क्या प्रतिक्रिया मिली :
बिपिन प्रीत सिंह, मोबिविक के सीईओ और फाउंडर ने किया यह ट्वीट:
Those complaining abt Whatsapp are the same folks who refuse to entertain neutral payment options(like @MobiKwik )on their own ecom websites/apps and instead promote only captive wallets. A standard of interoperability should incl wallet acceptance as well 2/n— Bipin Preet Singh (@BipinSingh) February 14, 2018
All companies threatened by Whatsapp payments are going to tag it as anti national and try to pull it down as it’s hard to win on merit against network effects of Whatsapp.
फ्रीचार्ज के को-फाउंडर कुणाल शाह ने यह लिखा:
This strategy worked for Patanjali and wonder if it will work for payment companies.— Kunal Shah (@kunalb11) February 14, 2018
PayU के फाउंडर अमिश ने लिखा यह:
Let’s get this clear, Whatsapp and UPI being targeted. Just reminds that even $ Billions are scared of great UX.— Amrish Rau (@amrishrau) February 14, 2018