यह नयी टेक्नोलॉजी है WiFi से 100 गुना अधिक तेज
उपयोग किए जा रहे WiFi की तुलना में नई टेक्नोलॉजी LiFi 100 गुना अधिक तेज स्पीड वाली होगी। वैज्ञानिकों ने लैब में 224 GB प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल कर ली है। यह स्पीड पलक झपकते ही 18 मूवी डाउनलोड करने के स्पीड के बराबर है। LiFi, या light fidelity,
उपयोग किए जा रहे WiFi की तुलना में नई टेक्नोलॉजी LiFi 100 गुना अधिक तेज स्पीड वाली होगी। वैज्ञानिकों ने लैब में 224 GB प्रति सेकेंड की स्पीड हासिल कर ली है। यह स्पीड पलक झपकते ही 18 मूवी डाउनलोड करने के स्पीड के बराबर है। LiFi, या light fidelity, का ट्रायल भी किया जा रहा है।
वायरलेस डाटा ट्रांसफर को मजबूती प्रदान करने के लिए वैज्ञानिक कई प्रयासों में जुटे हैं। इनमें से एक नई टेक्नोलॉजी पर वे पिछले कुछ सालों से काम करते आ रहे हैं, यह तकनीक है- Li-Fi। यह नई वायरलेस टेक्नोलॉजी है जो लाइट कम्युनिकेशन के जरिए हाईस्पीड डाटा ट्रांसफर करेगी। इस टेक्नोलॉजी का टेस्ट किया जा चुका है, और रिसर्चर्स को 1 gigabits प्रति सेकेंड की ट्रांसमिशन स्पीड भी मिली है जो औसत Wi-Fi स्पीड से 100 गुना तेज है।
रिसर्चर्स ने स्मार्ट LED बल्ब भी बनाया है जिसे 'जुगनू' नाम दिया गया है और इसका उपयोग विजिबल लाइट्स के जरिए डाटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है। साथ ही ये एंड्रायड एप पर काम कर रहे हैं जो स्मार्ट LED बल्ब को नियंत्रित करते में काम आएगा।
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क्या है ये नई तकनीक
Li-Fi डाटा ट्रांसफर के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी वेव्स की जगह विजिबल लाइट कम्युनिकेशंस या इंफ्रारेड या नजदीकी अल्ट्रावॉयलेट का उपयोग करता है। यह टेक्नोलॉजी 400 और 800 THz (780–375 nm) के बीच के विजिबल लाइट का प्रयोग करता है। बल्ब को स्विच ऑन या ऑफ करने से इसका उपयोग किया जाएगा, चूंकि यह नैनोसेकेंड में होगा इसलिए आमतौर पर हम आंखों से नहीं देख पाएंगे।
Li-Fi नाम की यह तकनीक Wi-Fi की जगह नहीं लेना चाहती लेकिन यह अपने तरीके के फायदे लेकर आया है विशेषतौर पर सिक्योरिटी। जैसा कि हम जानते हैं प्रकाश की तरंगे दीवार के आर-पार नहीं हो सकती, यह तकनीक कम दूरी के लिए काफी प्रभावी होगी और हैकिंग जैसी मुश्किलों को रोकेगी।