8K TV में ऐसा क्या है खास जो भारत और दूसरे देशों के लिए बन गया है बड़ी चुनौती
दुनिया के सबसे बड़े टेक इवेंट में से एक CES 2018 में इस बार एलजी ने अपने 8K TV को यूजर्स के सामने पेश किया था।
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। दुनिया के सबसे बड़े टेक इवेंट में से एक CES 2018 में इस बार 8K TV को यूजर्स के सामने पेश किया गया। 8K तकनीक वाली इस टीवी को एलजी ने यूजर्स के सामने पेश किया। 8K TV विजुअल एक्सपीरियंस की दुनिया में एक मील का पत्थर है। कहना गलत नहीं होगा कि इस पर किसी भी वीडियो को देखने के बाद आपको दुनिया की कोई भी स्क्रीन पसंद नहीं आएगी। लेकिन जितनी इस टीवी की खासियत है उतनी ही इसकी चुनौती। ऐसे में 8K TV की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि 8K क्वालिटी में कंटेंट कब यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे। ऐसे में हम आपको 8K TV से जुड़ी खासियतों और चुनौतियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है 8K?
4K टीवी में आपको 3,840 × 2,160 पिक्सल का रेजोल्यूशन मिलता है। जबकि, 8K टीवी में आपको 7,680 × 4,320 पिक्सल का स्क्रीन रेजोल्यूशन मिलता है। पिक्सल को आसान भाषा में समझें, तो जिस टीवी में या फिर फोटो में जितने ज्यादा पिक्सल होते हैं उसकी डेप्थ क्वालिटी उतनी ही अच्छी होती है। 8K टीवी में 4K के मुकाबले आपको दोगुना पिक्सल मिलता है। लेकिन 8K सिर्फ पिक्सल क्वालिटी तक ही सीमित नहीं है। इसमें आपको रियल एक्सपीरियंस के साथ बेहतरीन कलर क्वालिटी मिलती है।
कैसे आया 8K का नाम?
जापान की निर्माता कंपनी ने CES 2013 में पहला 8K टीवी पेश किया था। कंपनी ने 88 इंच वाले इस 8K टीवी को मील का पत्थर बताया था। हालांकि इस टीवी को एक या दो सालों तक बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया था। हालांकि टीवी के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी 8K कंटेंट। उस समय ब्रॉडकास्टर्स के लिए 4K क्वालिटी ही देना सबसे बड़ी चुनौती थी। ऐसे में जापान के ब्रॉडकास्टर NHK ने साल 2016 में पहला 8K सेटेलाइट ब्रॉडकास्ट शुरू किया। NHK की तरफ से 2016 रियो ओलंपिक को 8K में ब्रॉडकास्ट किया गया। हालांकि यूजर्स इन्हें एक खास रेजोल्यूशन वाले थियेटर्स में ही देख सकते थे।
8k टीवी की क्या है चुनौतियां?
कटेंट
भारत से लेकर दुनियाभर में 1080 पिक्सल वाले एचडी टीवी का चलन तेज हो गया है। लेकिन दुनिया के कुछ चुनिंदा देशों को छोड़ दिया जाए तो यहां 4k क्वालिटी यूजर्स के लिए अब भी एक पहेली है। दरअसल जैसे एचडी टीवी के लिए एचडी कंटेंट चाहिए, वैसे ही 4k टीवी के लिए 4k कंटेंट चाहिए। लेकिन ये 4k कंटेंट आपको मिलेगा कहां। बात अगर भारत की करें तो यहां 85 फीसदी से ज्यादा फिल्में और कार्यक्रम सिर्फ एचडी या इससे भी कम क्वालिटी में प्रसारित होती हैं। ऐसे में कुछ ही कंटेंट हैं जो 4k क्वालिटी में मिलते हैं।हालांकि यू-ट्यूब और अमेजन-नेटफ्लिक्स जैसे मीडियम पर 4k क्वालिटी के कई कंटेंट मौजूद हैं। लेकिन जब बात यहां 8K टीवी की जाए तो दुनियाभर के सभी देशों में इसके कंटेंट को लेकर एक बड़ा सवाल है।
दरअसल ब्राजील के रियो में NHK की तरफ से भले ही 2016 रियो ओलंपिक को 8K में ब्रॉडकास्ट किया गया हो, लेकिन इसके अलावा ऐसा कोई बड़ा इवेंट नहीं देखा गया जहां 8K क्वालिटी में कंटेंट को शूट किया गया हो।
कीमत
4K टीवी की कीमत LED के मुकाबले कहीं ज्यादा है, ऐसे में 8K क्वालिटी वाली टीवी की भारी कीमत इसे दुनियाभर के 80 फीसदी यूजर्स से अलग कर देती है। इसके अलावा अगर आप इस टीवी को खरीद भी लेते हैं तो इस पर 8K कंटेंट लाएंगे कहां से?
कैमरा
कैमरा बनाने वाली कंपनियां अब अपने प्रोडक्ट में 4K शूट का ऑप्शन दे रही हैं, लेकिन इन गैजेट्स में आपको 8K क्वालिटी का कोई विकल्प नहीं मिलता है। हालांकि कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट में 8K क्वालिटी फीचर देना शुरू कर रही हैं, लेकिन इसके लिए यूजर्स को भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ेगी।
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