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International women's day 2021: जानें कैसे इन महिलाओं ने रूढ़ियों को तोड़कर यूं बनाई सोशल मीडिया में नई पहचान

International womens day 2021 आज हम आपको इस खबर में उन महिलाओं के बारे में बता रहे हैं जिन्होनें अपनी परिस्थितियों और रूढ़ियों को तोड़ते हुए सोशल मीडिया में अपनी एक नई पहचान बनाई हैं। आइए जानते हैं इन महिलाओं के बारे में।

By Ajay VermaEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 08:54 PM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 08:54 PM (IST)
International women's day 2021: जानें कैसे इन महिलाओं ने रूढ़ियों को तोड़कर यूं बनाई सोशल मीडिया में नई पहचान
महिला दिवस 2021 की फोटो दैनिक जागरण की है

नई दिल्ली, टेक डेस्क। महिला दिवस 2021 (International women's day 2021) को आने में अब  सिर्फ दो दिन बचे हैं। हर साल 8 मार्च 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरी दुनिया में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है और उनकी उपलब्धियों को पुरस्कार या सम्मान देकर सराहा जाता है, लेकिन ऐसे में आज हम आपको उन महिलाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्होनें अपनी परिस्थितियों और रूढ़ियों को तोड़ते हुए सोशल मीडिया में अपनी एक नई पहचान बनाई हैं। 

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आमतौर पर महिलाओं को क्रिएटर यानि जननी माना जाता है लेकिन आज के डिजीटल मीडिया के दौर में सोशल मीडिया पर महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने उनकी पुरानी रोने धोने वाली छवि को थोड़ा बदलने की शुरूआत कर दी है। देश में आज स्मार्टफोन का उपयोग होना बेहद सामान्य हो गया है। एमएक्स  टकाटक, बोलो इंडिया, रोपोसो, मित्रों ऐप्स के होने से लोगों का एक दूसरे से जुड़े रहना आसान बना दिया है। 

ऐसे में इन ऐप्स का क्षेत्रीय भाषाओं में होना एक वरदान है जिससे भारतीय भाषाओं में डिजिटल सामग्री का विकास तेजी से हो रहा है। Google-KPMG के नये आंकड़ों के मुताबिक, 70% भारतीय स्थानीय भाषा की डिजिटल सामग्री को लोग अधिक विश्वसनीय पाते हैं। स्थानीय भाषाओं में ऐप्स के आसान इंटरफ़ेस के साथ स्मार्ट फोन की उपलब्धता ने देश में सोशल मीडिया के प्रयोगों को अपनाने के तरीके में एक क्रांति ला दी है।

इसी तरह महिलाओं ने भी अब सोशल मीडिया की दुनिया पर राज करने के लिए रूढ़ियों को तोड़ दिया है और अपनी जिंदगी की सच्ची की कहानियों से अन्य लोगों को प्रेरित करते हुए, आइडल ,काउंसलर, भरोसेमंद व्यक्ति की नई भूमिका बनाने में सफल हो रही हैं। होमोसेक्सुअल पैशन इकोनॉमी से प्रेरित प्लेटफॉर्म बोलो इंडिया उन प्रेरक महिलाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध करवाती हैं जो अपने काम और लगन से समाज का चेहरा बदल रही हैं।

मुंबई की 26 साल की एक महिला अनमोल रोड्रिगेज की है जो हिंदी में कंटेंट तैयार करती हैं। वह सिर्फ दो महीने की थी जब उसके पिता ने उसे मारने की कोशिश में उस पर तेजाब डाला। आज, यह एसिड अटैक सर्वाइवर एक आत्मविश्वास से भरी महिला है, जो बोलो इंडिया के लाखों उपयोगकर्ताओं को उनके वास्तविक जीवन के संघर्षों को साझा करके के जीने  लिए प्रेरित करती है। 

अनमोल खुद को व्यक्त करने में संकोच नहीं कर रही है और समाज की वर्जनाओं के खिलाफ एक सशक्त विजेता के रूप में सामने आई हैं। बोलो इंडिया के लिए, वह उनकी सुपर वुमन क्रिएटर हैं जो दूसरों को प्रभावित करके समाज में बहुत जरूरी बदलाव ला रही हैं।

बोलो इंडिया सुपर वुमन क्रिएटर की एक और प्रेरक कहानी, वाराणसी की एक क्रिएटर पूनम यादव है, जो एक नेशनल पॉवरलिफ्टर और फिटनेस मॉडल है। पूनम ने 2011 में भारोत्तोलन यानि वेटलिफ्टिंग शुरू की थी और बहुत अधिक वित्तीय परेशानी का सामना करते हुए  स्वर्ण पदक हासिल किया। जब पूनम को विश्व मंच पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला, तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी जीत को पहचाना जा रहा है।

पूनम एक शानदार सुपर वुमन क्रिएटर हैं, जो ब्रांड के लिए फिटनेस तकनीकों, स्वास्थ्य और हेल्दी डाइट के बारे में प्रेरणादायक वीडियो बनाती हैं और लोगों को हेल्दी लाइफस्टाइल के फायदे बताकर जागरूक कर रहीं हैं।  आज उनके 1.5 M फॉलोअर्स हैं।


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