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मोबाइल डिवाइसेज के बिना नहीं रह सकते भारतीय

हाल के दिनों में मोबाइल फोन डिवाइसेज पर निर्भरता बढ़ गयी है। एक अध्‍ययन से पता चला है कि 80 प्रतिशत भारतीय मोबाइल डिवाइसेज का उपयोग काम के समय तो करते ही हैं, साथ ही छुट्टियों में भी थामे रहते हैं।

By Monika minalEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2016 12:27 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2016 12:29 PM (IST)
मोबाइल डिवाइसेज के बिना नहीं रह सकते भारतीय

एक अध्ययन से पता चला है कि 80 प्रतिशत भारतीय मोबाइल डिवाइसेज का उपयोग काम के समय तो करते ही हैं, साथ ही छुट्टियों में भी थामे रहते हैं। इस अध्ययन से यह बात खुलकर सामने आयी है कि लोग स्मार्टफोंस व गैजेट्स पर किस कदर निर्भर हो गए हैं।

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एजेंसिया/एक्सपीडिया मोबाइल बिहेवियर मोबाइल इंडेक्स के अनेकों देशों पर एक अध्ययन के परिणामस्वरूप आए निष्कर्ष के अनुसार, भारत (80 प्रतिशत) अग्रणी है इसके बाद थाइलैंड(74 प्रतिशत) व तीसरे नंबर पर मेक्सिको(65 प्रतिशत) को स्थान मिला है।

यह अध्ययन 19 देशों के 9,642 व्यस्कों पर किया गया जिनमें 18 वर्ष व उनसे अधिक उम्र वाले लोग शामिल थे। करीब 29 प्रतिशत भारतीय प्रतिदिन 30 मिनट के लिए मेल, टेक्सट या वॉयस मेल देखते हैं।

नैविगेशन, फोटो लेने और किसी से भी जुड़े रहने के लिए मोबाइल डिवाइसेज सबसे अच्छा स्रोत है। चीन(94 प्रतिशत) व थाइलैंड (91 प्रतिशत) में मोबाइल डिवाइसेज को यात्रा के दौरान साथी के रूप में अपनाना बेहतर माना जाता है।

एक्सपीडिया इंडिया के मार्केटिंग हेड, मनमीत आहलूवालिया ने कहा,’स्मार्टफोन व गैजेट्स पर पर निर्भरता इधर कुछ दिनों में बढ़ गयी है और यह यात्रियों के व्यवहार से पूरी तरह दिख रहा है। करीब 56 प्रतिशत भारतीय यात्री अपने मोबाइल डिवाइसेज के लत से ग्रस्त हैं जबकि 36 प्रतिशत भारतीय यात्रा के दौरान बैकअप के तौर पर उपयोग के लिए रिचार्जेबल पैक या केस या पोर्टेबल चार्जर साथ रखते हैं।‘


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