4G LTE स्पीड के मामले में भारत सबसे पीछे, जानें क्या रही वजह
पिछले साल के मुकाबले भारत 4G स्पीड के मामले में और पिछड़ा
नई दिल्ली(टेक डेस्क)। भारत टेक्नोलॉजी के मामले में तेजी से विस्तार कर रहा है। जियो ने आने के बाद लोगों में 4G का इस्तेमाल तेजी से बड़ा है। इसी के साथ अब अन्य कंपनियां भी 4G इंटरनेट कम कीमत में उपलब्ध कराने की जुगत में लगी हैं। लेकिन इस सब के बाद भी भारत 4G LTE के मामले में पिछड़ता जा रहा है। यह खुलासा यूके आधारित ओपेनसिग्नल द्वारा जारी की गई द स्टेट ऑफ एलटीई फरवरी 2018 रिपोर्ट में हुआ है।
क्या कहा गया है रिपोर्ट में?
रिपोर्ट में भारत के 4G LTE नेटवर्क की उपलब्धता और स्पीड समेत अन्य अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में 4G स्पीड की सूची जारी की गई है। इस सूची के हिसाब से भारत नवम्बर 2017 में आई रिपोर्ट के मुकाबले आगे बढ़ने के बजाय और पिछड़ गया है। इसका मतलब है की भारत की स्थिति और खराब हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार देश में 4G की उपलब्धता और गिरी है। इस मामले में भारत अब स्वीडन और ताइवान से भी पिछड़ गया है।
रिपोर्ट के अनुसार- 4G सिग्नल की उपलब्धता के मामले में भारत 14वें पायदान पर है। पिछले साल भारत 11 वें पायदान पर था। 4G की उपलब्धता के साथ-साथ स्पीड के मामले में भी भारत का प्रदर्शन गिरा है। 4G LTE की स्पीड के मामले में 6.13 एमबीपीएस के साथ भारत 77 देशों की सूची में सबसे निचले स्थान पर रहा था। सिंगापुर इस कैटिगरी में 46.64 एमबीपीएस रफ्तार के साथ अव्वल रहा था।
डाटा स्पीड क्यों रही कम
पिछले साल आई ओपेनसिग्नल की रिपोर्ट में डाटा स्पीड में कमी आने प्रमुख वजह नेटवर्क की भीड़ को माना गया था। नवंबर 2017 में जियो ने यूजर्स को एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन के मुकाबले कहीं बेहतर स्पीड उपलब्ध करवाई थी।
पिछले साल की डाटा की बात करें तो जियो नेटवर्क की डाउनलोड स्पीड एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया से कम रही थी। उस दौरान ओपनसिग्नल ने दावा किया था कि रिलायंस जियो भारत में सबसे विस्तृत क्षेत्रों में 4जी सेवा मुहैया करवाती है। लेकिन तेज 4G इंटरनेट स्पीड के मामले में एयरटेल आगे रहा था। उस समय वोडाफोन दूसरे स्थान पर और आइडिया उसके बाद के स्थान पर था। रिलायंस जियो चारों में से सबसे पीछे थी।