Google सीक्रेट तरीके से अमेरिका के 17 स्टेट में कर रहा 6GHz नेटवर्क की टेस्टिंग : रिपोर्ट
रिपोर्ट्स की मानें तो 6GHz नेटवर्क तेज और भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराएगा। इसमें 2.4GHz और 5GHz कनेक्शन से ज्यादा ब्राडविथ होंगी।
सैन फ्रांसिस्को, आएएनएस। दुनिया तेज रफ्तार वाई-फाई नेटवर्क की तरफ तेजी से शिफ्ट हो रही है। ऐसे में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड कंपनियां भी तेज रफ्तार वाई-फाई नेटवर्क उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार काम कर रही हैं। अब इस लिस्ट में सर्च इंजन प्लेटफॉर्म Google का भी नाम जुड़ गया है। ऐसी खबरें है कि Google बहुत ही गोपनीय तरीके से अमेरिका के 17 अलग-अलग स्टेट में 6GHz नेटवर्क की टेस्टिंग कर रही है। यूएस फेडरल कम्यूनिकेशन कमीशन (FCC) ने अप्रैल में बिना कमर्शियल इस्तेमाल वाले 6GHz बैंड स्पेक्ट्रम की इजाजत दी है। बता दें कि मौजूदा वक्त में अमेरिका में 2.4GHz और 50GHz बैंड स्पेक्ट्रम चालू है।
अमेरिका के 17 स्टेट के 26 शहरों में होगी टेस्टिंग
FCC फाइलिंग के मुताबिक Google सीक्रेट तरीह से 6GHz स्पेक्ट्रम की टेस्टिंग कर रहा है, जिससे इस फ्रीक्वेंसी के उपयोग के लिए टेक्निकल इंफॉर्मेशन हासिल की जा सके। साथ ही कस्टमर को भरोसेमंद ब्रॉडबैंड कनेक्शन उपलब्ध कराया जाए। दिग्गज टेक कंपनी Google ने अमेरिका के 17 स्टेट के 26 शहरों में 6GHz नेटवर्क की टेस्टिंग के लिए इजाजत मांगी है। Google अमेरिका के जिन शहरों में टेस्टिंग करना चाहता है, उसमें एरिजोना, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, Iowa, कंपास, नेब्रास्का, नवादा, नॉर्थ कैरोलिना,, ओक्लाहोमा, ऑरिगान, टेक्सास, उटाह और वर्जीनिया जैसे शहर शामिल हैं।
अमेरिका 6 GHz मार्केट में लेना चाहता है बड़ी लीड
रिपोर्ट्स की मानें, तो 6GHz नेटवर्क तेज और भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराएगा। इसमें 2.4GHz और 5GHz कनेक्शन से ज्यादा ब्राडविथ होंगी। दरअसल अमेरिका 6 GHz मार्केट में बड़ी लीड लेना चाहता है. बता दें कि यूरोप और एशिया पैसेफिक देश भी 6 GHz बैंड स्पेक्ट्रम की टेस्टिंग कर रहे हैं। बता दें कि इस साल के अंत तक 6GHz नेटवर्क को सपोर्ट करने वाली डिवाइस मार्केट में आ जाएंगी। 6GHz नेटवर्क को Wi-Fi 6E कॉमन इंडस्ट्री नेम से जाना जाएगा, जिससे 6GHz सपोर्ट वाली डिवाइस की पहचान की जा सकेगी। Wifi एलायंस के मुताबिक Wi-Fi 6E डिवाइस को जल्द ही रेग्यूलेटरी अप्रूवल मिलने की उम्मीद है। 6GHz को एक बार रेग्यूलेटरी इजाजत मिलने के बाद इसे बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें Wi-Fi 6E यूजर, एक्सेस पॉइंट और स्मार्टफोन शामिल होंगे, इसके बाद एंटरप्राइज-ग्रेड एक्सेस पॉइंट्स शामिल होंगे।
Written By - Saurabh Verma