Google Play Store से हटे 800 ऐप्स, यूजर्स की जानकारी चोरी करने का था आरोप
जासूसी करने वाले Creepware Apps की लिस्ट तैयार की गई है जो किसी यूजर्स के मोबाइल में इंस्टॉल होने पर उससे अहम जानकारी चुराते हैं और डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google ने संदिग्ध तौर पर स्मार्टफोन यूजर्स की जासूसी करने वाले करीब 800 Creepware Apps को Play Store से हटा दिया है। Google की प्राइवेसी नॉर्म्स को लेकर लंबे वक्त से सवाल उठाए जा रहे थे। लेकिन जब Creepware मोबाइल फोन यूजर्स के लिए फ्यूचर थ्रेट बन गए, तो उन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। हालांकि रिसर्चर की ओर से गूगल प्ले स्टोर से हटाए गए ऐप्स के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक गूगल प्लेस्टोर पर करीब 1095 Creepware ऐप्स मौजूद हैं. इसमें से 813 खतरनामक ऐप को हटाया गया है।
ZDNet की रिपोर्ट के मुताबिक एक ग्रुप ऑफ अकैडमिशियन ने संदिग्ध तौर पर जासूसी करने वाले Creepware Apps की लिस्ट तैयार की है, जो किसी यूजर्स के मोबाइल में इंस्टॉल होने पर उससे अहम जानकारी चुराते हैं और डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस ग्रुप में न्यूयार्क यूनिवर्सिटी के रिसर्चर, Cronell Tech और NortonLifeLock शामिल हैं। इन्होंने Creepware की पहचान करके उन्हें कैटेगराइज्ड करने के लिए एल्गोरिदम (Alogorithim) तैयार की, जो उन एप्स की पहचान करने में मदद करता है जिनमें एक Creepware के लक्षण होते हैं। यह एल्गोरिदम यूजर्स के नुकसान पहुंचाने के स्तर का आंकलन करके रैंकिंग तैयार करती है। इसके बाद परखती है कि अगर ऐप डिवाइस के मैसेज को पढ़ने और लोकेशन को ट्रैक करने में सक्षम है, तो उसे क्रीपरवेयर के तौर पर रैंक कर देती है।
एल्गोरिदम को 50 मिलियन से ज्यादा एंड्रॉइड स्मार्टफ़ोन में इंस्टॉल ऐप से मिलने वाले सैंपल डेटा के आधार पर चलाया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस डेटा को Norton मोबाइल सिक्योरिटी एंटीवायरस और NortonLifeLock इंस्टॉल करने वाले यूजर्स से लिया जाता है। एल्गोरिदम को 2017 और 2019 के बीच सेट डेटा के आधार पर उपयोग में लाया गया है। बता दें कि Creepware वो ऐप होते हैं, जो Spyware और Stalkeware की कैटेगरी में नहीं आते हैं। लेकिन इसके बावजूद जासूसी के काम में इस्तेमाल किए जाते हैं।