अब कोई नहीं बना सकेगा फेक फेसबुक अकाउंट, हुए बड़े बदलाव
फेसबुक की रियल नेम पॉलिसी को पिछले कुछ सालों से यूजर्स दरकिनार करते हुए फेक नेम से प्रोफाइल बनाने लगे हैं। इसलिए कंपनी ने अब रियल नेम पॉलिसी में कुछ बदलाव किए हैं
फेसबुक की रियल नेम पॉलिसी को पिछले कुछ सालों से यूजर्स दरकिनार करते हुए फेक नेम से प्रोफाइल बनाने लगे हैं। इसलिए कंपनी ने अब रियल नेम पॉलिसी में कुछ बदलाव किए हैं। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में इस बात की जानकारी दी है।
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अकाउंट बनाते समय देगी होंगी ये डिटेल्स
फेसबुक की इस रियल नेम पॉलिसी के अंतर्गत यूजर को अकाउंट बनाते समय नाम और उम्र के अलावा अपनी कुछ और डीटेल्स भी देनी होंगी जिससे ये कन्फर्म हो सके कि यूजर अपने रियल नेम से ही अकाउंट बना रहा है। इस नए सिस्टम में एजीबीटी और नॉन वेस्टर्न नेम जैसे फीचर्स भी जोड़े गए हैं।
फेसबुक के मुताबिक रियल नेम पॉलिसी में ये बदलाव करने से पहले कंपनी ने काफी रिसर्च की है। फेसबुक के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर क्रिस कोक्स का कहना है कि कंपनी रियल और फेक अकाउंट्स में पहचान करने के लिए आगे और भी नए फीचर्स एड करेगी। इसके साथ ही मौजूदा फीचर्स में भी कुछ बदलाव किए जाएंगे।
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ये करेगी कंपनी
फेसबुक के मुताबिक यूजर द्वारा अकाउंट बनाए जाने के एक हफ्ते के भीतर कंपनी के इम्प्लॉइज अकाउंट वेरिफाई कर देंगे। इस दौरान यूजर नॉर्मल तरीके से अपना अकाउंट ऑपरेट कर पाएगा। अकाउंट को लेकर कोई डाउट होने पर कंपनी यूजर से कांटेक्ट करेगी या फिर उस अकाउंट को अनएक्टिव कर दिया जाएगा।