Microsoft की इस गलती से 25 करोड़ यूजर्स का डाटा हुआ लीक
Microsoft की एक लापरवाही के चलते करीब 25 करोड़ यूजर्स के डाटा पर खतरा मंडरा रहा है। कंपनी ने इस बात को लेकर कहा है कि उसने अपनी गलती को सुधार लिया है
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Microsoft यूजर्स के डाटा के प्रति लापरवाह होती नजर आ रही है। कंपनी की एक लापरवाही के चलते करीब 25 करोड़ यूजर्स के डाटा पर खतरा मंडरा रहा है। कंपनी ने इस बात को लेकर कहा है कि उसने अपनी गलती को सुधार लिया है। साथ ही अब यूजर्स का डाटा भी सुरक्षित है। इस बात की जानकारी सिक्योरिटी रिसर्च टीम बॉब डियाचेंको ने सबसे पहले दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक जो डाटा लीक हुआ था वो माइक्रोसॉफ्ट के कस्टमर सपोर्ट और कस्टमर्स के बीच हुई बातचीत का हिस्सा था। ये बातचीत माइक्रोसॉफ्ट और कस्टमर के बीच हुए सपोर्ट से संबंधित था। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस डाटा को सर्वर में बिना किसी सुरक्षा के स्टोर किया हुआ है। इसे कोई भी यूजर अपने ब्राउजर से आसान से एक्सेस कर सकता है।
सिक्योरिटी टीम बॉब डियाचेंको की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि जो डाटा लीक हुआ है वो 2005 से 2019 तक का है। यह कस्टमर लॉग है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने यूजर्स से माफी मांगी है। साथ ही कहा है कि इस तरह की चूक भविष्य में नहीं होगी। इसका कंपनी ने आश्वासन भी दिया है। वहीं, कंपनी ने यह भी बताया है कि जो डाटा खतरे के घेरे में था उसे 31 दिसंबर 2019 को सिक्योर कर दिया गया है।
माक्रोसॉफ्ट के साइबर स्पेस सॉल्यूशन ग्रुप ने एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि माइक्रोसॉफ्ट के यूजर्स के प्राइवेट डाटा के साथ किसी भी तरह का दुरुपयोग नहीं हुआ है। दरअसल, कंपनी ने 5 दिसंबर 2019 को माइक्रोसॉफ्ट के नेटवर्क सिक्योरिटी ग्रुप ने एक गलत सिक्योरिटी कोड डाल दिया था। इसकी वजह से माइक्रोसॉफ्ट सपोर्ट टीम का यह डाटा सर्वर में खुल गया था। इसे अब ठीक कर लिया है। देखा जाए तो यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का कोई मामला सामने आया हो।