भारतीय बाजार में 40 फीसदी चाइनीज स्मार्टफोन का कब्जा: आईडीसी
भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी फोन की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी रही। जहां पिछले साल भारत में चीनी स्मार्टफोन की मांग बढ़ी है
नई दिल्ली। भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी फोन की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी रही। जहां पिछले साल भारत में चीनी स्मार्टफोन की मांग बढ़ी है, तो वहीं भारतीय स्मार्टफोन की मांग में कमी आयी है। यह बात एक सर्वे में सामने आई है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय बाजार में चीन की कंपनी लेनोवो, पिछले साल की तीसरी तिमाही में सैमसंग के बाद दूसरा सबसे बड़ी कंपनी रही। आपको बता दें कि भारत दुनिया में स्मार्टफोन का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। यह सर्वे भारत के 30 बड़े शहरों में किया गया है।
सर्वे की बड़ी बातें:
1. भारतीय बाजार में चीन की कंपनी शाओमी की हिस्सेदार तीसरे स्थान पर रही। ये हिस्सेदारी 10.70 फीसदी की है।
2. अगर सभी चीन की कंपनियों को देखा जाए, तो कुल हिस्सेदारी 40 फीसदी की रही। पिछले साल सभी चीनी स्मार्टफोनों की कुल हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी रही।
3. अक्टूबर में भारतीय कंपनी माइक्रोमैक्स की बिक्री में 16.7 फीसदी की कमी आई। इसका एक बड़ा कारण ये चीनी फोन्स की सस्ती कीमत और एक जैसे फीचर्स माने जा रहे हैं।
4. पिछले साल माइक्रोमैक्स की बिक्री में हर महीने ही गिरावट आई है।
लेनोवो के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल अग्रवाल ने कहा है कि उनकी कंपनी भारत में दो-ब्रांड की नीति का पालन कर रही है। कंपनी मोटोरोला स्मार्टफोन से अधिक कीमत वाले फोन बाजार में पैठ बना रही है और लेनोवो फोन के जरिए वो कम कीमत वाले बाजार में जगह बना रही है। कंपनी द्वारा भारत में बेचे जाने वाले स्मार्टफोन में करीब एक-तिहाई हिस्सेदारी मोटोरोला फोन की है।
वहीं, आपको ये भी बता दें कि ओप्पो ने हाल ही में भारत में 1.5 अरब युआन यानि करीब 1400 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। कंपनी अपने स्मार्टफोन के दाम कम करने के लिए भारत में एक इंडस्ट्रियल पार्क बनाना चाहती है। कंपनी के पास पहले से ही ग्रेटर नोयडा में कारखाना है।