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4G के दौर में चीन चला 6G की राह पर, काम हुआ शुरू

पूरी दुनिया जहां 4G-5G की बात कर रही है, वहीं चीन में जल्द लॉन्च होगा 6G

By Sakshi PandyaEdited By: Published: Mon, 12 Mar 2018 02:27 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 07:23 AM (IST)
4G के दौर में चीन चला 6G की राह पर, काम हुआ शुरू
4G के दौर में चीन चला 6G की राह पर, काम हुआ शुरू

नई दिल्ली(टेक डेस्क)। देश-दुनिया में जहां अभी 4G कनेक्टिविटी को बेहतर करने और 5G को लाने की तैयारी पर काम किया जा रहा है। वहीं, चीन की आईटी मिनिस्ट्री ने एलान किया है की नेक्स्ट जनरेशन मोबाइल कम्युनिकेशन नेटवर्क 6G डेवलपमेंट की शुरुआत की जाएगी। चीन के आईटी मिनिस्टर मिआओ वी ने कहा है कि- ''इंटरनेट ऑफ थिंग्स के लिए ज्यादा बेहतर और योग्य मोबाइल नेटवर्क की जरूरत है इसलिए अब 6G टेक्नोलॉजी का डेवेलपमेंट किया जाएगा।''

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चीन की भविष्य की ओर पहल : चीन के आईटी मंत्री के अनुसार- ''भविष्य में लोगों की जिंदगी को पूरी तरह से डिजिटल बनाने और इंटरनेट ऑफ थिंग्स का भरपूर लाभ उठाने के लिए तेज नेटवर्क की जरुरत होगी। ड्राइवरलेस कार से लेकर तमाम बड़ी टेक्नॉलजीज किए कनेक्शन के लिए ऐसे नेटवर्क की आवश्यकता होगी, जो काफी तेजी से डाटा ट्रांसफर कर सके।''

4G के दौर में चीन 6G की राह पर

रिपोर्ट्स के अनुसार चीन इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर सारा ध्यान केंद्रित कर 6G नेटवर्क डेवलप करने की तैयारी में है। वर्तमान समय में हुवावे और जेडटीई जैसी कंपनियां तेजी से 5G टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रही है। हुवावे ने 5G टेक्नोलॉजी पर काम करते हुए कई भारतीय टेलीकॉम कंपनियों के साथ साझेदारी भी की है। 5G नेटवर्क में मौजूदा स्पीड के मुकाबले 20 से 50 गुना ज्यादा तेज कनेक्टिविटी मिलेगी।

क्या है इंटरनेट ऑफ थिंग्स?

इंटरनेट ऑफ थिंग्स नेटवर्किंग को कहा जाता है। अब आपके मन में सवाल होगा की यह किस तरह की नेटवर्किंग है? इस नेटवर्किंग में आपके उपयोग के सभी गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज एक-दूसरे से कनेक्ट होते हैं। यह टेक्नोलॉजी बेहद उपयोगी और कामगर है। टेक्नोलॉजी ने हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी को कितना आसान बना दिया है यह तो सभी जानते हैं। यह टेक्नोलॉजी भी वही करती है। इसे आसान भाषा में एक उदहारण के जरिए समझाया जा सकता है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स के अंतर्गत आपका एक डिवाइज आपके घर, किचन आदि में मौजूद अन्य डिवाइसेज को कमांड देता है। इस तरह से एक डिवाइस को इंटरनेट के साथ लिंक कर के बाकी डिवाइसेज से अपने अनुसार कुछ भी कार्य करवाया जा सकता है। जैसे की- एक कार बीमा कंपनी अपने पालिसी धारकों को सेंसर के माध्यम से किसी ऐसे क्षेत्र में बढ़ने से रोक/चेतावनी दे सकती है, जहां चक्रवात या कोई और आपदा आने की आशंका हो।

एस्ट्रम होल्डिंग लिमिटेड के सीईओ मनोज कुमार पंसारी इंडस्ट्री में IOT के भविष्य को लेकर बताते हैं की- ''टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री का विस्तार हो रहा है और यह स्मार्ट टेक्नोलॉजी में परिवर्तित हो रहा है। इसकी शुरुआत IOT और सिक्योरिटी से हुई है। आज के समय में लोगों के लिए सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। इसे लोगों के लिए IOT/सिक्योरिटी डिवाइसेज से आसान किया जा सकता है।''

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