ठगी वाले वाट्सएप मैसेज और एसएमएस से रहें सतर्क
वाट्सएप या एसएमएस के जरिए कोड या ओटीपी मांग कर लोगों के साथ ठगी होती है। सबसे पहले स्कैमर्स किसी अन्य डिवाइस में आपके अकाउंट या नंबर से साइन-इन करते हैं। इससे वाट्सएप कन्फर्मेशन कोड जेनरेट होता है।
ब्रह्मानंद मिश्र। आजकल बड़ी संख्या में लोग डिजिटल टांजैक्शन करने लगे हैं। यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआइ से पैसे भेजने और प्राप्त करने में आसानी तो हुई है, लेकिन इससे स्कैमर्स धोखाधड़ी के नये-नये तरीके भी निकालने लगे हैं। फर्जी सरकारी योजनाओं, नौकरी की गारंटी, लकी ड्रा से संबंधित वाट्सएप संदेश या एसएमएस भेज कर लोगों को गुमराह किया जाता है। यहां जानते है ऐसे ही कुछ वाट्सएप मैसेज और एसएमएस के बारे में, जिनसे हमें सतर्क रहने की जरूरत है...
ओटीपी की मांग करने वाले मैसेज
वाट्सएप या एसएमएस के जरिए कोड या ओटीपी मांग कर लोगों के साथ ठगी होती है। सबसे पहले स्कैमर्स किसी अन्य डिवाइस में आपके अकाउंट या नंबर से साइन-इन करते हैं। इससे वाट्सएप कन्फर्मेशन कोड जेनरेट होता है। फिर स्कैमर्स संबंधित यूजर को एक मैसेज भेजते हैं- 'गलती से छह डिजिट का कोड आपके फोन पर चला गया है, कृपया फारवर्ड कर दें।' यह मैसेज अज्ञात स्रोत से आता है। फिर भी लोग मैसेज पढ़ते ही, बिना कुछ सोचे कोड को फारवर्ड कर देते हैं। कोड प्राप्त करने के बाद स्कैमर्स दूसरी डिवाइस में आपका वाट्सएप लाग-इन करते हैं। इसके बाद वे आपकी कांटैक्स लिस्ट में शामिल किसी भी व्यक्ति को अर्जेंट मैसेज भेजकर पैसे उधार मांगते हैं। इस तरह की धोखाधड़ी के मामले लगातर बढ़ रहे हैं।
साइबर सुरक्षा का वादा
इसमें स्कैमर्स एक मैसेज भेजते हैं- 'प्रिय ग्राहक, संभवत: आपकी डिवाइस में मालवेयर आ गया है। भारत सरकार के साइबर स्वच्छता प्रोजेक्ट के तहत इस लिंक http://cyberswachhtakendra.gov.in के माध्यम से सुधार करें।' मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही आपके सिस्टम में मालवेयर डाउनलोड हो सकता है। इस तरह
साइबर अपराधी अकाउंट तक पहुंच कर गोपनीय जानकारियां चुराते हैं। ठीक इसी प्रकार जियोनेट, जियोपीबीएल, जियोएफबीआर जैसे लिंक वाले मैसेज भी साइबर अपराधियों के हथकंडे हैं। अगर आपको भी इस तरह के मैसेज मिल रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं। किसी ग्राहक को जागरूक या सूचित करने के लिए टेलीकाम डिपार्टमेंट इस तरह का कोई रैंडम या पर्सनल मैसेज नहीं भेजता। इस तरह के लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। कैश प्राइज/लकी ड्रा लोगों को लालच देकर ठगी करने का सबसे पुराना तरीका है। अक्सर यूजर्स को वाट्सएप, एसएमएस या ई-मेल द्वारा कैश प्राइज या लकी ड्रा वाले संदेश प्राप्त होते हैं।
चर्चित टीवी शो केबीसी का फेक लिंक भेजकर की जाने वाली ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस तरह के मैसेज में लिखा होता है- बधाई हो, आपने एक लाख रुपये का इनाम जीत लिया है। क्लेम करने के लिए यहां क्लिक करें। कई बार तो इस तरह के मैसेज में बकायदा पोस्टर और वीडियो संदेश भी होता है। लिंक पर क्लिक करने के बाद वे गोपनीय जानकारियां मांगना शुरू कर देते हैं। प्रोसेसिंग फीस आदि के नाम पर भी स्कैमर्स उगाही करने लगते हैं।
जाब सेलेक्शन के नाम पर : जाब सेलेक्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हो रही है। इस तरह के वाट्सएप मैसेज या एसएमएस में लिखा होता है-आपकी सीवी शार्टलिस्ट कर ली गई है। आगे चयन के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें। जाब दिलाने से पहले स्कैमर्स पैसे की मांग करते हैं। कई बार मार्केटिंग स्कीम के जरिए भी डेटा चोरी की जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 56 प्रतिशत नौकरी चाहने वालों के साथ धोखाधड़ी होती है। खासकर, 20 से 29 वर्ष आयु वर्ग के लोग इस तरह के स्कैमर्स के प्राइम टारगेट होते हैं।