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iPhone यूजर्स के लिए बुरी खबर, अब भारत में इस सर्विस के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे

Apple App Store की बढ़ी हुई प्राइसिंग न सिर्फ भारत बल्कि इंडोनेशिया ब्राजील कोलंबिया और साउथ अफ्रीका में लागू होगी। कंपनी के मुताबिक App प्राइसिंग में इजाफे की वजह लोकल करेंसी के एक्सचेंज रेट और टैक्स में हुए बदलाव हैं।

By Saurabh VermaEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 02:57 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 02:57 PM (IST)
iPhone यूजर्स के लिए बुरी खबर, अब भारत में इस सर्विस के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे
यह दैनिक जागरण की फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क.  Apple की तरफ से App Store की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है। ऐसे में Apple App Store से ऐप खरीदने के लिए यूजर्स को पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे देने होंगे। कंपनी ने App  प्राइसिंग के साथ ऐप परचेजिंग प्राइसिंग में इजाफा कर दिया है। Apple App Store की बढ़ी हुई प्राइसिंग न सिर्फ भारत, बल्कि इंडोनेशिया, ब्राजील, कोलंबिया और साउथ अफ्रीका में लागू होगी। कंपनी के मुताबिक App प्राइसिंग में इजाफे की वजह लोकल करेंसी के एक्सचेंज रेट और टैक्स में हुए बदलाव हैं। 

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जल्द लागू होगी नई प्राइसिंग 

Apple ने डेवलपर्स से कहा कि बदलते टैक्स रेट और एक्सचेंज रेट के साथ ऐप स्टोर की प्राइसंग का बदलते रहना जरूरी हो जाता है। Apple की तरफ से कहा गया कि अगले कुछ दिनों में Apple App Store से ऐप खरीदने पर ज्यादा पैसे देने होंगे। यह कीमतें ऑटो रिन्यूबल सब्सक्रिप्शन प्लान पर नही लागू होंगी। हालांकि Apple Music और iCloud सब्सक्रिप्शन में के लिए ज्यादा पैसे देने होंगे या नही। फिलहाल इस बारे में कोई ऐलान नही किया गया है।  

कस्टमर पर क्या होगा असर 

अगर आप Apple यूजर्स हैं, तो वाजिब है कि Apple App Store से ऐप डाउनलोड करते होंगे। इस ऐप स्टोर पर कुछ फ्री ऐप मौजूद होते हैं, जबकि कुछ पेड ऐप उपलब्ध कराये जाते हैं। यूजर्स को इन्हीं पेड ऐप्स के लिए पहले के मुकाबले अब ज्यादा पैसे देने पड़ सकते हैं। 

बढ़ सकती है इतनी कीमत 

Apple की तरफ से बताया गया कि भारत में ऐप प्राइसिंग तय करते वक्त 18% जीएसटी रेट और 2% एकसमान लेवी चार्ज को शामिल किया गया है। यह 2% लेवी चार्ज जीएसटी चार्ज से अलग होगा। इसे साल 2016 में डिजिटल ट्रांजैक्शन टैक्स के तौर पर लगाया गया था। बता दें कि यह एक तरह का टैक्स है, जिसे अप्रैल 2020 में विदेशी ई-कॉमर्स ऑपरेटर्स पर लगाया गया था। भारत की तरह इंडोनेशिया में डेवलपर्स पर 10% टैक्स को शामिल किया जा सकता है। Apple की तरफ से फिलहाल यह ऐलान नही किया गया है कि नई कीमतों को कब से लागू किया जा रहा है.  


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