एंड्रॉयड वन के बारे में जानिए ये खास बातें
इस खबर से जानिए एंड्रॉयड वन क्या है और ये एंड्रॉयड से कितना अलग है
नई दिल्ली (जेएनएन)। लंबी चुप्पी के बाद एंड्रॉयड वन ने एक बार फिर से भारत में दस्तक दी है। एंड्रॉयड वन ने भारत में शाओमी कंपनी द्वारा लॉन्च किए गए नए फोन Mi A1 के जरिए कदम रखा है। कंपनी ने इसमें एंड्रॉयड P तक सॉफ्टवेयर सपोर्ट देने का वादा किया है। शाओमी Mi A1 स्मार्टफोन को तीन शाओमी एप्स के साथ पेश किया गया है। इनमें कैमरा एप, मी स्टोर शॉपिंग पोर्टल और मी रिमोट एप को शामिल किया गया है। हालांकि, ये एप्स एंड्रॉयड द्वारा किए गए वादे को पूरा करने में सफल नहीं होते हैं। इसे समझने के लिए आइए जानते हैं कि एंड्रॉयड और एंड्रॉयड वन में क्या अंतर है।
एंड्रॉयड वन क्या है?
2014 में गूगल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट रहे सुंदर पिचाई ने एंड्रॉयड वन की शुरुआत की थी। इस सॉफ्टवेयर को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य भारत सहित दूसरे बाजारों में यूजर्स को कम दाम में एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले एंट्री लेवल स्मार्टफोन्स उपलब्ध करवाने का था। इसके तहत गूगल कंपनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों से साझेदारी करती है। इन फोन्स में इस्तेमाल किया जाने वाला हार्डवेयर मोबाइल कंपनियों को होता है जबकि आपरेटिंग सिस्टम और दूसरे सॉफ्टवेयर फीचर गूगल उपलब्ध कराती है।
गूगल ने सितंबर 2014 में भारत में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों जैसे माइक्रोमैक्स, कार्बन और स्पाइस के साथ साझेदारी कर मोबाइल फोन पेश किए थे। इन स्मार्टफोन की कीमत लगभग 6500 रुपये से कम थी। सिर्फ इतना ही नहीं, एंड्रायड वन पर आधारित ये फोन्स पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश नेपाल समेत लगभग दो दर्जन देशों में भी उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन कुछ समय बाद इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया गया था। लेकिन एक बार फिर से गूगल ने शाओमी के साथ साझेदारी कर एंड्रॉयड वन को चर्चा में ला दिया है।
एंड्रॉयड वन के साथ इन फोन्स को किया गया पेश
भारत में पहले एंड्रॉयड वन के साथ माइक्रोमैक्स कैनवास A1, कार्बन स्पार्कल V और स्पाइस ड्रीम यूनो स्मार्टफोन लॉन्च किए गए थे। जिसके बाद, फोन निर्माता कंपनी लावा ने जुलाई 2015 में लावा पिक्सेल V1 को पेश किया। अब शाओमी ने भारत में Mi A1 को लॉन्च करने के लिए गूगल के साथ हाथ मिलाया है। यह स्मार्टफोन स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर द्वारा संचालित होता है।
दूसरे देशो में, स्मार्टफोन जैसे कि जनरल मोबाइल 4G, जनरल मोबाइल 5 प्लस, जनरल मोबाइल 6, इंफिनिक्स हॉट 2 X510, चेरी मोबाइल वन G1, Bq एक्वारिस A4.5, शार्प S1, शार्प 507S, शार्प X1 और दूसरे फोन्स को एंड्रॉयड वन पहल के तहत लॉन्च किया गया था।
एंड्रॉयड वन बनाम एंड्रॉयड
एंड्रॉयड और एंड्रॉयड वन में सबसे बड़ा अंतर यह है कि एंड्रॉयड वन पुराना ओपन सोर्स है और ओईएम और निर्माताओं ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में कई बदलाव कर सकते हैं। एंड्रॉयड ओएस को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही इसमें दूसरे फीचर्स को भी जोड़ा जा सकता है और इसके स्क्रीन को कस्टमाइज किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें सुरक्षा अपडेट भी OEMs द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। जिसमें गूगल की काफी छोटी भूमिका होती है।
गूगल ने वादा किया है कि सभी एंड्रॉयड वन फोन्स को दो साल तक सॉफ्टवेयर का सपोर्ट मिलेगा, जबकि एंड्रॉयड ओएस यूजर्स के लिए यह OEM द्वारा लिए गए निर्णय पर निर्भर करेगा।