Airtel के 30 करोड़ यूजर्स की निजी जानकारियां थी खतरे में, पाया गया खतरनाक बग
इस खतरनाक बग का असर ये होता कि हैकर्स न सिर्फ यूजर्स के मोबाइल नंबर की जानकारी इस्तेमाल कर पाते बल्कि इसकी वजह से यूजर्स की अन्य निजी जानकारियां भी हैकर्स के हाथ लग जाती।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। देश की तीसरी बड़ी टेलिकॉम कंपनी Airtel के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डाटा खतरे में था। कंपनी के मोबाइल ऐप में एक खतरनाक बग पाया गया, जिसकी वजह से इन यूजर्स का डाटा खतरे में था। हालांकि, कंपनी ने इस बग को अब ठीक कर लिया है। कंपनी ने इस खामी को ऐप के ऐप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (API) में खोजा है। इस खतरनाक बग का असर ये होता कि हैकर्स न सिर्फ यूजर्स के मोबाइल नंबर की जानकारी इस्तेमाल कर पाते, बल्कि इसकी वजह से यूजर्स की अन्य निजी जानकारियां भी हैकर्स के हाथ लग जाती। इस बात की जानकारी कंपनी के एक प्रवक्ता ने BBC को दी है। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, हमारे टेस्टिंग API में एक तकनीकि समस्या थी। इसके बारे में जानकारी मिलते ही हमने इसे ठीक कर लिया है।
आपको बता दें कि इस खामी की वजह से यूजर्स की जिन निजी जानकारियों को खतरा था, उनमें यूजर्स के मोबाइल नंबर के अलावा ई-मेल अड्रेस, आईडी प्रूफ डिटेल, बर्थ डे आदि शामिल हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि Airtel के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ग्राहकों की निजता हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है और हम अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए और भी बेहतर समाधानों का इस्तेमाल करते रहे हैं।
Airtel के API सिस्टम में आई इस खामी के बारे में सबसे इंडिपेंडेंट रिसर्चर एहराज अहमद ने लगाया। रिसर्चर के मुताबिक, उनको इस खामी का पता लगाने में 15 मिनट का समय लगा। इस खतरनाक बग से यूजर्स के मोबाइल डिवाइस के IMEI नंबर को भी एक्सेस किया जा सकता था। जिसे क्लोन करके यूजर्स के स्मार्टफोन या मोबाइल फोन को रिमोटली एक्सेस भी किया जा सकता था। यही नहीं, आजकल ज्यादातर यूजर्स मोबाइल बैंकिंग की सुविधा से लैस होते हैं। ऐसे में यूजर्स के बैंक अकाउंट को भी एक्सेस किया जा सकता था। यूजर्स के OTP समेत कई जानकारियां भी हैकर्स के हाथ लग सकती थी।