भारत की राह चला अमेरिका, सैकड़ों VPN सर्विस पर नकेल कसने की तैयारी शुरू, जानें इसके मायने
दरअसल वीपीएन ज्यादातर वेबसाइट और साइबर अपराधी को ट्रैक करने से बचाता है। साथ ही वीपीएन डिवाइस के लोकेशन को हाइड कर देता है। लेकिन इससे सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को किसी भी डिवाइस की सटीक लोकेशन हासिल करन में दिक्क होती है?

नई दिल्ली, एजेंसी। अमेरिका वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानी VPN सर्विस के मामले में भारत की राह निकल पड़ा है। भारत ने कुछ दिनों पहले ही वीपीएन सर्विस पर नकेल कसने का काम किया है। भारत के बाद अमेरिका भी वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर पर नकेस कसने की तैयारी कर रहा है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से..
वीपीएन कंपनियों पर लगे ये आरोप
अमेरिकी कानून निर्माताओं ने लीना खान के नेतृत्व वाले फेडरेशन ट्रेड कमीशन (FTC) को संबोधित करते हुए कहा कि सैकड़ों वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां भ्रामक और अपमानजनक ऑनलाइन सर्विस सपोर्ट उपलब्ध करा रही हैं, जो कि यूजर्स को ज्यादा सिक्योरिटी मुहैया कराने के बुनियादी नियमों के खिलाफ है। कंज्यूमर वीपीएन इंडस्ट्री भ्रामक विज्ञापन और अपमानजनक डेटा प्रैक्टिस से भरा हुआ है। ऐसा दावा किया गया है कि वीपीएन इंडस्ट्री बेहद अपारदर्शी है। साथ ही वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर ग्राहकों को गुमराह करते हैं और ग्राहक उनका फायदा उठाते हैं।
भारत ने जारी किए नए वीपीएन नियम
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की विंग इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रेस्पांस टीम (Cert-In) ने वीपीएन को लेकर नए नियम जारी किए हैं, जिसके तहत सभी वीपीएन प्रोवाइडर को 5 साल तक कस्टमर का डेटा सुरक्षित रखना अनिवार्य है। इसके मुताबिक वीपीएन कंपनियों को कस्टमर का नाम, वीपीएन इस्तेमाल समय, आईपी एड्रेस की डिटेल रखना है। Cert-In चाहता है कि VPN सर्विस प्रोवाइडर डेटा को वीपीएन कंपनियां लंबे समय तक स्टोर करें, जिससे असामाजिक तत्वों और साइबर अपराधियों को ऑनलाइन विभिन्न नापाक गतिविधियों में शामिल होने में प्रभावी ढंग से पता लगाया जा सके।
वीपीएन क्या होते हैं?
वीपीएन एक वर्चुअल नेटवर्क होते हैं, जो आपकी डिवाइस के IP एड्रेस को बाईपास करने का काम करता है। जिससे आपकी डिवाइस को ट्रैक नहीं किया जा सकता है। जब वीपीएन मोड ऑन होता है, तो आपका नेटवर्क एक सुरक्षित रूट से काम करता है, जो किसी भी ट्रैकिंग से दूर हो जाता है। साधारण में कहें, तो एक वीपीएन आपके डेटा के लिए कई प्रॉक्सी पहचान बनाता है और डेटा की सामग्री को परेशान किए बिना इसे सुरक्षित रूप से वितरित करता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।