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iPhone के वो 5 कमाल के फीचर्स, जो ढूढ़ने से एंड्राइड स्मार्टफोन में नहीं मिलेंगे

आज हम आपको iPhone के ऐसे 5 फीचर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो एंड्राइड बेस्ड स्मार्टफोन में नहीं मिलेंगे। ये फीचर्स आपके iPhone इस्तेमाल को अंदाज को बदलकर रख देंगे। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

By Saurabh VermaEdited By: Published: Sun, 07 Feb 2021 12:08 PM (IST)Updated: Sun, 07 Feb 2021 12:08 PM (IST)
iPhone के वो 5 कमाल के फीचर्स, जो ढूढ़ने से एंड्राइड स्मार्टफोन में नहीं मिलेंगे
यह दैनिक जागरण की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। iPhone और एंड्राइड स्मार्टफोन के मुकाबले की लड़ाई कभी खत्म होने वाली नहीं है। iPhone और एंड्राइड के बीच स्मार्टफोन इंडस्ट्री में खुद को बेहतर साबित करने की होड़ लगातार जारी रहती है, जहां iPhone अपने स्मार्टफोन के जरिए यूजर्स को इनोवेटिव और इंडस्ट्री लीडिंग फीचर, सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर उपलब्ध कराने की कोशिश करता है। वहीं एंड्राइड स्मार्टफोन को बड़े बाजार की जरूरतों को ध्यान में रखकर किफायती कीमत में फोन उपलब्ध कराया जाता है। iPhone के नए iOS 14 सॉफ्टवेयर अपडेट से काफी कुछ बदल गया है। इसमें यूजर प्राइवेसी का खास ख्याल रखा गया है। इंटरनेट कंपनियां और ऐप्स आपके डेटा का कैसे इस्तेमाल कर रहे है। इसकी सारी जानकारी iPhone में उपलब्ध करायी जाती है, तो आज हम आपको iPhone के ऐसे 5 फीचर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ढूढ़ने से आपको किसी एंड्राइड बेस्ड स्मार्टफोन में नहीं मिलेंगे। 

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डेटा स्टोरेज और यूजेज फीचर  

दिसंबर 2020 के बाद iPhone ने एक नया नियम जोड़ा है, जिससे सभी iPhone ऐप के लिए डेटा स्टोरेज और यूजेज की जानकारी देना अनिवार्य हो गया है। मतलब iPhone App यूजर से किस डेटा को एक्सेस करते हैं, साथ ही इस डेटा का कहां इस्तेमाल और स्टोरेज होता है, जो कि यूजर प्राइवेसी के लिए काफी अहम है। Apple की तरफ से इसकी जानकारी App Store अपडेट के जरिए यूजर को उपलब्ध करायी जा रही है। एंड्राइड ऐप भी किस डेटा को एक्सेस कर रहे हैं, इसकी जानकारी उपलब्ध कराते हैं, लेकिन इस डेटा किस तरह स्टोर और विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। फिलहाल इसकी जानकारी नहीं उपलब्ध करायी जा रही है। 

फर्जी ऐप की पहचान 

एंड्राइड स्मार्टफोन में क्लोन ऐप, और क्लिकबेट ऐप मिल जाते हैं। लेकिन Apple की तरफ से iPhone यूजर को काफी सुरक्षित ऐप को उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए कंपनी ने काफी सख्त नियम बनाए हैं। ऐप को यूजर को अपनी पूरी जानकारी उपलब्ध करानी होती है। जिसे यूजर वेरिफाई कर सकते हैं। इससे फर्जी ऐप को Apple App पर लिस्ट होने से रोका जाता है। 

ऑनलाइन एक्टिविटी ट्रैकिंग पर रोक 

Apple की तरफ से एक बड़ा प्राइवेसी फीचर अपडेट दिया गया है। Apple ने नई प्राइवेसी पॉलिसी के तहत iOS 14.5 में एक नियम जोड़ा है, जिसमें सभी ऐप डेवलपर्स को यूजर डेटा को विज्ञापन के लिए इस्तेमाल करने की मंजूरी लेने को अनिवार्य कर दिया गया है। मतलब कोई भी ऐप आपकी एक्टिविटी को ऑनलाइन ट्रैक नहीं कर सकेगा। इसके लिए ऐप को यूजर की परमिशन लेनी होगी। साथ ही यूजर क्या सर्च कर रहा है, उसे भी नहीं ट्रैक किया जा सकेगा। 

कैमरा और माइक परमिशन 

अगर कोई iOS ऐप सीक्रेट तरीके से आपके माइक और कैमरे को एक्सेस कर रहा है, तो iPhone येलो और ग्रीन डॉट के जरिए आपको नोटिफिकेशन देगा। इससे ऐप की जासूसी और सीक्रेट रिकॉर्डिंग की गतिविधियों को रोका जा सकेगा। साथ ही सीक्रेट तरीसे के अकाउंट आईडी और पासवर्ड को चोरी करने की गतिविधियों को रोकता है। ऐसा होने पर Apple आपको तुरंत आगाह करता है। 

मिनिमम जानकारी देकर चलाएं ऐप 

Apple ने ऐप डेवलपर्स के लिए बेहद मामूली जानकारी के जरिए ऐप रन करने की पॉलिसी लागू की है, जो ऐप के रन होने के लिए बहुत ही जरूरी है। जबकि एंड्राइड में भी पर्सनल जानकारी लेने के लिए नियम सख्त किये है। लेकिन इन्हें पूरी सख्ती के साथ लागू नहीं किया गया है। ऐसे में ज्यादातर ऐप मीडिया फाइल, कॉन्टैक्ट बुक परमिशन को एक्सेस कर रहे हैं। 


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