Zoom का सिक्योरिटी खामियों को लेकर बड़ा कदम, खामियों को पता लगाने की कर रही कोशिश
Zoom के चीफ एग्जीक्यूटिव एरिक युआन ने कहा है कि कंपनी इन सभी दिक्कतों को लेकर कड़ा कदम उठा रही है। फोटो साभार Zoom
सैन फ्रांसिसको, एएफपी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom में आई सिक्योरिटी की खामियों को लेकर कई सवाल खड़े हुए हैं। हैकर्स ने इस प्लेटफॉर्म से यूजर्स की डिटेल्स तक चुराई हैं। लेकिन अब कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव एरिक युआन ने कहा है कि कंपनी इन सभी दिक्कतों को लेकर कड़ा कदम उठा रही है। इन्होंने कहा है इस हफ्ते के अंत तक पेड यूजर्स यह चुन पाएंगे कि उनके सेशन्स के दौरान उनके डाटा को किस रीजन यानी किस क्षेत्र में रूट यानी स्थानांनतरित किया जाए। इसका सीधा उद्देश्य यह है कि यूजर की जानकारी चीन से होकर न गुजरे। यहां पर स्नूपिंग की दिक्कत काफी रहती है।
Zoom ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा है कि रिमाइंडर के तौर पर, कंपनी द्वारा उठाए गए इस कदम का मकसद उन चिंताओं को दूर करना है कि जो डाटा चीन से गुजरता है उन्हें देखा या उसमें तांकझांक की जा सकती है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि अगर किसी यूजर की मीटिंग चीन से बाहर होती है तो उसका डाटा चीन से बाहर ही रहे। कंपनी का कहना है कि वो इन कमियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए उसने साइबर सिक्योरिटी कंपनी लूटा सिक्योरिटी और उसके बग बाउंटी प्रोग्राम के साथ साझेदारी की है। इस प्रोग्राम के तहत उन रिसर्चर्स को इनाम दिया जाता है जो सिक्योरिटी संबंधित कमियों का पता लगाते हैं।
इससे पहले Bleeping Computer की एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें बताया गया था कि हैकर्स Zoom अकाउंट्स को एक पैसे से भी कम में बेच रहे हैं। वहीं, कुछ मामलों में इन्हें फ्री में उपलब्ध कराया जा रहा है। इस रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि फ्री Zoom अकाउंट्स की जानकारी सबसे पहले 1 अप्रैल को साइबरस्पेस इंटेलिजेंस फर्म साइबल द्वारा उपलब्ध कराई गई थी। यहां पढ़ें पूरी खबर