2020 में लोकप्रिय हुए ये चार ‘मेक इन इंडिया’ ऐप्स
वोकल फॉर लोकल के लिए स्वदेशी क्रांति से भारतीय ब्रांड्स लोकप्रिय हो रहे हैं। भारतीय कंपनियां यूजर को मेड इन इंडिया के विकल्प देने के लिए आगे बढ़कर आ रही हैं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत मिशन का ऐलान किया था। पीएम मोदी के इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कई भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियां सामने आ रहीं हैं। इन कंपनियों ने भारतीय यूजर्स के हिसाब से अपने प्रोडक्ट्स पेश करने शुरू कर दिए हैं। पिछले महीने 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगने के बाद से ऐप्स बनाने वाले भारतीय कंपनियों की चांदी हो गई है। इन कंपनियों के ऐप्स पर यूजर्स की संख्या और डाउनलोड्स में बेहतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। खास तौर पर शॉर्ट वीडियो क्रिएटिंग ऐप TikTok के बैन होने के बाद से इस कैटेगरी के भारतीय ऐप्स की बाढ़ सी आ गई है। आज हम आपको ऐसे ही पिछले दिनों लोकप्रिय हुए चार मेक इन इंडिया ऐप्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
Mitron
Mitron शॉर्ट वीडियो बनाने वाला एक मेड इन इंडिया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यह ऐप यूजर को डिजिटल एंटरटेनमेंट और एंगेजमेंट को नए नजरिए से पेश करता है, जिसमें लोग ह्यूमर थीम के साथ अपनी रचनात्मक वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर सकते हैं। यूजर इसमें वीडियो क्रिएट, एडिट और शेयर कर सकते हैं। इसके अलावा लाइब्रेरी में दुनियाभर के टॉप वीडियो देख सकते हैं। सरकार द्वारा 59 चाइनीज ऐप बैन किए जाने के एक दिन बाद ही इस ऐप के ट्रैफिक में 11 गुना का इजाफा देखने को मिला था। Mitron ऐप को 2.1 करोड़ बार डाउनलोड किया जा चुका है। Mitron ऐप पिछले 2 महीने में सबसे ज्यादा बार डाउनलोड किए जाने वाले ऐप में से एक है, जिसमें प्रति घंटे 4 करोड़ वीडियो व्यूज मिल रहे हैं। इस प्लेटफॉर्म में प्रतिदिन 10 लाख वीडियो क्रिएट की जा रही हैं।
Pocket 52
Pocket 52 देश का पहला क्रिप्टोग्राफिकली सिक्योर्ड ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म और पोकर नेटवर्क है। ये प्लेयर की प्रमुख समस्याओं जैसे फ्लेग्जिबिलिटी, भरोसा और कंट्रोल की कमी को सुलझाता है। Pocket 52 नेटवर्क यह सुनिश्चित करता है कि टेबल हमेशा फुल रहे। इससे प्रत्येक ऑपरेटर के लिए प्लेयर की लिक्विडिटी बढ़ जाती है और हर बार उन्हें नए तरह का एंगेजमेंट, कैशबैक छूट, ऑफर, बड़े टूर्नामेंट और बड़े ऑफर मिलते हैं। इससे पूरी पोकर कम्युनिटी को फायदा पहुंचता है। एक साल के दौरान इस पोकर स्टार्टअप ने 10 लाख से 50 लाख रुपए इनाम वाले 30 से ज्यादा कैंपेन किए हैं। पॉकेट वॉल्ट इसका एक लॉयल्टी प्रोग्राम है, जो प्लेयर को जीतने पर 100 फीसदी रेकबैक (कमीशन) देता है।
XPay.Life
ब्लॉकचेन आधारित प्लेटफॉर्म XPay.Life विभिन्न प्रकार की डिजिटल पेमेंट सर्विस जैसे टच स्क्रीन एटीपी कियोस्क, वेब, मोबाइल ऐप, पीओएस डिवाइस व अन्य मुहैया कराता है। यह प्लेटफॉर्म B2B और B2C दोनों प्रकार के सेगमेंट के लिए सर्विस देता है। कंपनी ट्रांजेक्शन में उच्च स्तर की पारदर्शिता दिखा रही है। इसने विस्तार के लिए अग्रणी बैंकों के भागीदारी की है। 2019 में बीटा वर्जन लॉन्च होने के बाद से अब तक XPay.Life ने 5 करोड़ रुपए तक के 1 लाख ट्रांजेक्शन पूरे कर लिए हैं। पिछले 10 महीनों में इसने वेब और मोबाइल ऐप के माध्यम से 234 फीसदी ग्रोथ का दावा किया है। लोग एक्सपे लाइफ ऐप व वेब के माध्यम से बिजली बिल, मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच, ब्रॉडबैंड, एलपीजी, लोन ईएमआई आदि भर सकते हैं। प्रमुख तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने की प्रतिबद्धता के साथ इस प्लेटफॉर्म में देशभर के 253 बिलर, टियर-3 और टियर-4 में 50 हजार से ज्यादा पिनकोड में उपलब्ध हैं।
Trell
भारत के वीडियो पिनट्रेस्ट के नाम से लोकप्रिय Trell यूजर को विभिन्न कैटेगरी जैसे हेल्थ व फिटनेस, ब्यूटी और स्किनकेयर, ट्रैवल, मूवी रिव्यू, कुकिंग और होम डेकोर से संबंधित अपने अनुभव, सुझाव और रिव्यू साझा करने के लिए प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है। यह लाइफस्टाइल व्लॉगिंग प्लेटफॉर्म यूजर को 5 मिनट के वीडियो अपनी भाषा में बनाने की सुविधा देता है। इसके साथ ही ऐप व्लॉग में दिखाए गए प्रोडक्ट को खरीदने के लिए ‘शॉप’ फीचर भी देता है। इसके अलावा इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से यूजर रिवॉर्ड, गुडीज और वैकेशन भी हासिल कर सकते हैं। चाइनीज ऐप बैन के बाद से ट्रेल को रिकॉर्ड 1.2 करोड़ नए डाउनलोड मिले हैं। इस प्लेटफॉर्म में प्रत्येक दिन औसतन 5 लाख ओरिजन कंटेट अपलोड किया जाता है। इसमें प्रत्येक दिन 2.20 लाख नए कंटेंट क्रिएटर जुड़ रहे हैं। 4 करोड़ डाउनलोड, 2 करोड़ मासिक एक्टिव यूजर के साथ इस कम्युनिटी कॉमर्स ऐप को पिछले एक साल के दौरान 25 गुना ग्रोथ मिली है।