MyShield ऐप सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन रखने में कैसे करता है मदद, जानें
MyShield कोरोनावायरस ट्रैकिंग ऐप के जरिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा सकता है। ये ऐप फिलहाल एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध है जल्द ही इसमें नए फीचर्स जोड़े जाएंगे।
नई दिल्ली, हर्षित हर्ष। कोरोनावायरस को ट्रैक करने के लिए पिछले दिनों ही केन्द्र सरकार ने सभी स्मार्टफोन यूजर्स को Aarogya Setu ऐप को अपने स्मार्टफोन में इंस्टाल करने के लिए अनिवार्य कर दिया है। इस ऐप के अलावा कई और सोशल डिस्टेंसिंग या फिजिकल डिस्टेंसिंग ऐप उपलब्ध हैं, जिनके जरिए आप सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर सकते हैं। स्टार्ट-अप कंपनी UNDYE ने पर्सनल और ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर कोरोनावायरस को ट्रैक करने के लिए MyShield ऐप को डेवलप किया है। इस ऐप के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग को ट्रैक किया जा सकेगा। यह ऐप पर्सनल लेवल पर सोशल डिस्टेंसिंग और ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर कॉन्टैक्टलेस अटेंडेंस और सोशल डिस्टेंसिंग फीचर के साथ आता है। जल्द ही इसमें कई और नए फीचर जोड़े जाएंगे।
MyShield ऐप के फीचर्स
इस ऐप के जरिए सेफ डिस्टेंसिंग को मेन्टेन किया जा सकेगा। ये ऐप लोगों के बीच 1 से 2 मीटर की दूरी मेन्टेन करने में मदद करता है। जैसे ही कोई यूजर्स एक-दूसरे के ज्यादा पास जाता है तो ये ऐप नोटिफाई करेगा कि आपने सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ा है। इस तरह से ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर भी कर्मचारियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग ट्रैक करने में मदद मिलती है।
कॉन्टैक्टलेस अटेंडेंस सिस्टम
ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर यह ऐप कॉन्टैक्टलेस अटेंडेंस सिस्टम जैसे फीचर से लैस है। इसमें बिना बायोमैट्रिक सिस्टम के भी कर्मचारियों को अटेंडेंस को ट्रैक किया जा सकेगा। इसमें BLE और जियोलोकेशन तकनीक के जरिए कर्मचारियों की अटेंडेंस बिना किसी फिजिकल टच के मार्क की जा सकेगी।
कॉम्प्रिहेंसिव डेशबोर्ड
यह ऐप कॉम्प्रिहेंसिव डेशबोर्ड फीचर के साथ आता है, जिसमें ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर सभी कर्मचारियों के रिपोर्ट को देखा जा सकता है। अगर, कोई कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग को ब्रेक करता है तो यह ऐप डैशबोर्ड में इसे अपडेट कर देता है। जिसकी मदद से कम्प्लीट ट्रैकिंग की जा सकती है।
डाटा प्राइवेसी सेफगार्ड
अन्य सोशल डिस्टेंसिंग ट्रैकर ऐप से अलग इसमें खास फीचर दिया गया है। इसमें यूजर्स की किसी भी जानकारी जैसे कि नाम, पहचान पत्र या फिर मोबाइल नंबर की जानकारी नहीं ली जाती है। जिसकी वजह से यूजर्स की निजी जानकारियां सुरक्षित रहती है। यह ऐप सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग को मेन्टेन करने के लिए अलर्ट करता है। ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर भी इसमें केवल कर्मचारियों की आईडी ही ली जाती है। उसके जरिए यह ऐप यूजर्स के अटेंडेंस को ट्रैक करता है।
MyShield ऐप के बारे में हमने ज्यादा जानकारी के लिए कंपनी के CEO और फाउंडर तरुण पुंधीर से बात की, उन्होंने बताया कि, 'इस ऐप में जल्द ही कई और फीचर्स जोड़े जा रहे हैं। जिन फीचर्स की मदद से ये ऐप उन यूजर्स को भी सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने में मदद करेगा, जिनके पास यह ऐप इंस्टाल नहीं है। अगर, आपके स्मार्टफोन में यह ऐप इंस्टाल है और आपके पास खड़े किसी अन्य यूजर के स्मार्टफोन में ये ऐप इंस्टाल नहीं है तो भी ये आपको सोशल डिस्टेंस मेन्टेन करने के लिए अलर्ट करेगा। फिलहाल ये ऐप केवल एंड्रॉइड यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। आने वाले कुछ दिनों में इस ऐप को iOS यूजर्स के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा।'
MyShield ऐप को Google Play Store से फिलहाल डाउनलोड नहीं किया जा सकता है। इसके लिए कंपनी ने एक डेडिकेटेड वेबसाइट लिंक जारी की है, जिसके जरिए यूजर इस ऐप को डाउनलोड कर सकेंगे। थर्ड पार्टी ऐप होने की वजह से इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए यूजर को अपने स्मार्टफोन में कुछ सेटिंग्स करनी पड़ती है। फोन की सेटिंग्स में जाकर यूजर को सिक्युरिटी एंड प्राइवेसी ऑप्शन में जाकर, मोर सेटिंग्स पर टैप करना होता है। इसके बाद यूजर को इंस्टाल ऐप फ्रॉम एक्सटर्नस सोर्स पर टैप करके अलाउ बटन को ऑन करना पड़ता है। इन सेटिंग्स के जरिए यूजर्स इस ऐप को अपने स्मार्टफोन में इंस्टाल करेंगे।
ऐप इंस्टाल करने के बाद यूजर्स को मेन स्क्रीन पर दो ऑप्शन दिखाई देंगे। पहले ऑप्शन में सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई देगा, जिस पर टैप करके यूजर सोशल डिस्टेंसिंग को मेन्टेन कर सकेंगे। ऐप को ऑन करने के लिए ब्लूटूथ और लोकेशन फीचर का एक्सेस देना पड़ता है। इसके बाद ही ये ऐप काम करता है। इस ऐप में कॉन्टैक्टलेस अटेंडेंस का दूसरा ऑप्शन होता है। ये ऑप्शन ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने और अटेंडेंस ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऑर्गेनाइजेशन लेवल पर इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए ऑर्गेनाइजेशन को इस ऐप में अपनी कंपनी को रजिस्टर करना होता है। जिसके बाद वो इसके ऑर्गेनाइजेशन डैशबोर्ड फीचर का इस्तेमाल करके कर्मचारियों के अटेंडेंस को ट्रैक कर सकेंगे। साथ ही, ऑफिस के अंदर कर्माचारियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने को भी ट्रैक किया जा सकेगा।