Google Pay हुआ अब और भी ज्यादा सिक्योर
Google Pay ऐप को अब और भी ज्यादा सिक्योर कर दिया गया है। इस ऐप के साथ यूजर्स बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन का इस्तेमाल कर सकेंगे।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। UPI पेमेंट करने के लिए इस्तेमाल होने वाले Google Pay ऐप को अब और भी ज्यादा सिक्योर कर दिया गया है। इस ऐप में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन फीचर जोड़ा गया है। अब किसी भी तरह के डिजिटल लेन-देन के लिए इस ऐप के साथ यूजर्स बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस नए फीचर को 2.100 वर्जन के साथ रोल आउट किया गया है। आपको बता दें कि Google ने अपने इस बायोमैट्रिक सिक्युरिटी सिस्टम को एंड्रॉइड 10 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ रोल आउट किया है। इस नए फीचर के जरिए यूजर्स किसी भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को फिंगरप्रिंट और फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के जरिए प्रोटेक्ट कर सकेंगे।
Google Pay या G-Pay के पुराने वर्जन में यूजर्स पिन के जरिए सिक्योर ट्रांजेक्शन कर रहे थे। नए वर्जन में यूजर्स बिना पिन के या बायोमैट्रिक फीचर के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकेंगे। ये फीचर फिलहाल एंड्रॉइड 10 डिवाइस के लिए रोल आउट किया गया है। जल्द ही इस फीचर को एंड्रॉइड 9 पाई डिवाइसेज के लिए भी रोल आउट किया जाएगा। इस फीचर को यूजर्स Google Pay ऐप के सेंडिग मनी सेक्शन में देख सकते हैं। वहां यूजर्स को पिन या फिर बायोमैट्रिक के जरिए ऐप को सिक्योर करने का ऑप्शन मिलेगा। आपको बता दें कि यह फीचर केवल मनी ट्रांसफर के लिए काम करेगा। NFC पेमेंट्स के लिए यूजर्स को पिन के जरिए ही वेरिफाई करना होगा।
Google Pay को 2018 में री-ब्रांड करके लॉन्च किया गया था। ये UPI पर आधारित Tez ऐप को अपग्रेड करके लाया गया था। इस समय भारत में इस ऐप के 67 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं। हाल ही में इस ऐप में नोटिफिकेशन फीचर जोड़ा गया है। इस नोटिफिकेशन फीचर के जरिए यूजर्स को हर ट्रांजैक्शन के बारे में SMS के जरिए नोटिफाई किया जाता है। नए बायोमैट्रिक सिस्टम को लाने का मकसद इस ऐप के इस्तेमाल को और भी ज्यादा बेहतर बनाना है। कई यूजर्स को पिन का इस्तेमाल करना पसंद नहीं है, ऐसे में वो बायोमैट्रिक सिस्टम के जरिए भी पेमेंट कर सकेंगे।