Aarogya Setu बनाने वाला है एक और रिकॉर्ड, पहुंचा 100 मिलियन डाउनलोड्स के करीब
Aarogya Setu App लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इस कोरोनावायरस ट्रैकिंग ऐप को करीब 100 मिलियन यानि की 10 करोड़ यूजर्स इस्तेमाल कर रहे हैं।
नई दिल्ली, टेक डेसक्। पिछले महीने केन्द्र सरकार ने कोरोनावायरस की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए Aarogya Setu ऐप को लॉन्च किया था। लॉन्च के महज एक महीने बाद ही ये सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाले ऐप की सूची में शामिल होने वाला है। इस ऐप के अभी 9.74 करोड़ (97.4 मिलियन) एक्टिव यूजर्स हैं। जल्द ही ये TikTok, Facebook, Whatsapp जैसे लोकप्रिय ऐप्स की कैटेगरी में शामिल होने वाला है। अगले कुछ दिन में ये 100 मिलियन (10 करोड़) का आंकड़ा छू सकता है। इस ऐप को Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर डाउनलोड किया जा सकता है।
Aarogya Setu ऐप ने लॉन्च के महज कुछ दिन बाद ही 5 मिलियन (50 लाख) डाउनलोड्स का आंकड़ा छू लिया था। इसके साथ ही ये सबसे तेजी से डाउनलोड किए जाने वाले ऐप की सूची में शामिल हो गया। Aarogya Setu ऐप की खास बात यह है कि इसके जरिए कोरोनावायरस कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा सकती है। यह ऐप स्मार्टफोन के ब्लूटूथ और GPS का इस्तेमाल करके आस-पास के कॉन्टैक्ट को ट्रेस करता है। इसके लिए यूजर को अपने स्मार्टफोन के ब्लूटूथ को हमेशा ऑन करना पड़ता है। साथ ही, इस ऐप के जरिए यूजर्स की निजी जानकारियां भी सामने नहीं आती है।
लॉन्च होने के बाद से इस ऐप में कई नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं। अब यह ऐप यूजर को बताता है कि उसके 500 मीटर से लेकर 10 किलोमीटर के दायरे में कितने लोग कोरोनावायरस पॉजीटिव पाए गए हैं। उनके आस-पास रहने वाले कितने लोग इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही, ये आपको यह भी बताता है कि कितने यूजर्स ने इस ऐप के जरिए सेल्फ असेसमेंट टेस्ट को पूरा किया है। हर दिन इसमें आंकड़ा अपडेट होता रहता है, जिसकी मदद से यूजर को पता लग जाता है कि उनके आस-पास में कोई कोरोना से संक्रमित है कि नहीं।
केन्द्र सरकार ने फीचर फोन यूजर्स के लिए Aarogya Setu IVR नंबर की भी शुरुआत की है। फीचर फोन यूजर्स 1075 टोल फ्री नंबर पर कॉल करके सेल्फ असेसमेंट कर सकते हैं। अगर, आप स्मार्टफोन यूजर्स हैं और आनलाइन नहीं भी हैं तो भी आप इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके सेल्फ असेसमेंट टेस्ट दे सकते हैं। इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद यूजर्स से एक सेल्फ असेसमेंट टेस्ट देने के लिए कहा जाता है। इस टेस्ट में यूजर्स से कुछ जरूरी सवाल पूछे जाते हैं। इन सवालों के सही जबाब देने के बाद यह आपको बताता है कि आप सुरक्षित हैं या नहीं।