दीवार को विजयी विदाई देना चाहेगा भारत
टीम इंडिया भले ही इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज पहले ही गंवा चुकी हो, लेकिन सीरीज के आखिरी मैच में अपने सीनियर खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को विजयी विदाई देने के लिए भारत सब कुछ झोंकने को तैयार है। सीरीज का पहला मैच बारिश ने धोया, जबकि चौथा वनडे टाई हुआ, ऐसे में इंग्लैंड दूसरा और तीसरा वनडे जीतकर पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका है।
कार्डिफ। टीम इंडिया भले ही इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज पहले ही गंवा चुकी हो, लेकिन सीरीज के आखिरी मैच में अपने सीनियर खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को विजयी विदाई देने के लिए भारत सब कुछ झोंकने को तैयार है। सीरीज का पहला मैच बारिश ने धोया, जबकि चौथा वनडे टाई हुआ, ऐसे में इंग्लैंड दूसरा और तीसरा वनडे जीतकर पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त बना चुका है।
द्रविड़ शुक्रवार को अपना अंतिम वनडे मैच खेलेंगे। उन्होंने 343 वनडे में 39 के औसत से 10,820 रन जुटाए हैं और उन्होंने इस सीरीज के बाद वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा कर दी थी। वह इस मैच में बड़ी पारी खेलने की कोशिश में होंगे क्योंकि अभी तक सीरीज के चार मैचों में उन्होंने केवल 51 रन जुटाए हैं। 'द वाल [दीवार]' के नाम से मशहूर इस 38 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वनडे में 12 शतक और 82 अर्धशतक जमाए हैं और आखिरी मैच में शानदार पारी खेलकर वनडे से विदाई को यादगार बनाना चाहेंगे। वहीं कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के धुरंधर इस निराशाजनक सीरीज में एक सांत्वना भरी जीत दर्ज करने की कोशिश करेंगे। धौनी के लिऐ टीम का चयन करना काफी मुश्किल होगा क्योंकि उनके सामने जीत दर्ज करने के लिए टीम चुनने या फिर अपने रिजर्व खिलाड़ियों की योग्यता आजमाने का विकल्प होगा। अगर धौनी इस खराब दौरे पर एकमात्र जीत दर्ज करना चाहेंगे तो वह सुरेश रैना, प्रवीण कुमार और खुद को विश्राम नहीं देंगे। लेकिन अगर दूसरा विकल्प होगा तो वह मध्यम गेंदबाज वरुण आरोन और विनय कुमार के अलावा बल्लेबाज मनोज तिवारी और एस बद्रीनाथ को आजमाना चाहेंगे। भारत की विश्व कप विजेता टीम के आठ खिलाड़ी चोट के कारण बाहर हैं जिसे देखते हुए सीरीज में हार के बावजूद टीम का प्रदर्शन ठीक है। सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल और अंजिक्या रहाणे ने नई गेंद के सामने अच्छा खेल दिखाया है जबकि रैना और धौनी ने मध्यक्रम को संभाला। दोनों टीमों में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले आफ स्पिनर आर आश्विन की गेंद और बल्ले से मौजूदगी अच्छी रही है। गेंदबाजी आल राउंडर रविंदर जडेजा भारतीयों में मैन आफ द मैच पुरस्कार लेने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। जडेजा को पिछले हफ्ते तीसरे वनडे में मैन आफ द मैच चुना गया था जिसमें उन्होंने 78 रन बनाने के साथ इंग्लैंड के दो विकेट झटके थे। चोटों के कारण भारत का यह दौरा काफी निराशाजनक रहा लेकिन युवा खिलाड़ियों ने खुद के प्रदर्शन से भविष्य में चयन के लिए उम्मीद बंधाई है। युवाओं का अच्छा प्रदर्शन सीनियर खिलाड़ियों के लिए अलर्ट की तरह होगा जो अगले महीने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वापसी की उम्मीद लगाए होंगे। इंग्लैंड की टीम हालांकि सीरीज जीतने के बावजूद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेगी। उसके दो अहम खिलाड़ी इयोन मोर्गन और स्टुअर्ट ब्राड चोटिल हैं, जो अगले महीने भारत में उसके लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। क्रेग कीस्वेटर और बेन स्टोक्स ऐसा शानदार प्रदर्शन नहीं दिखा सके जिससे केविन पीटरसन के लिए अगले महीने इंग्लैंड टीम में वापसी का मौका होगा।
तेज गेंदबाज जेडे डर्नबाक वनडे गेंदबाज के रूप में विशेषज्ञ की भूमिका में भारतीय बल्लेबाजों पर लगाम नहीं लगा सके। लंदन में दो हरियाली पिच देने और भारत को पहले बल्लेबाजी का न्यौता देने के बावजूद इंग्लैंड की टीम भाग्यशाली रही और उसने ओवल और लार्ड्स में दोनों मैचों में जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम कर ली। टीम इस प्रकार है: इंग्लैंड- एलिस्टेयर कुक [कप्तान], जेम्स एंडरसन, इयान बेल, रवि बोपारा, टिम ब्रेसनन, स्टुअर्ट ब्राड, जेडे डर्नबाक, स्टीवन फिन, क्रेग कीस्वेटर, समित पटेल, बेन स्टोक्स, ग्रीम स्वान और जोनाथन ट्राट। भारत- महेंद्र सिंह धौनी [कप्तान], अजिंक्या रहाणे, राहुल द्रविड़, विराट कोहली, मनोज तिवारी, सुरेश रैना, प्रवीण कुमार, मुनफ पटेल, आर पी सिंह, विनय कुमार, आर आश्विन, अमित मिश्रा, पार्थिव पटेल, रविंदर जडेजा और वरुण आरोन।