Vastu Tips for Rudraksha: रुद्राक्ष पहनकर न करें ये काम, जान लें नियम, वरना हो सकती है परेशानी
रुद्राक्ष धारण करने से कई समस्याओं का समाधान हो जाता है। लेकिन इसे धारण करने के भी कुछ नियम हैं जिनका ध्यान रखा जाना जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कुछ काम भी बताए गए हैं जिन्हें रुद्राक्ष पहनकर बिलकुल नहीं करना चाहिए वरना जीवन में अशांति फैलती है।
नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क। Vastu Tips for Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष शिव का वरदान है। जिसे भगवान शिव ने संसार के भौतिक दुखों को दूर करने के प्रकट किया है। रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर की आँखों के जलबिंदु से हुई है। इसे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यहां तक कहां जाता है कि जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है उसे अकाल मृत्यु डर नहीं सताता।
रुद्राक्ष धारण करने के क्या हैं नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष की माला सोमवार के दिन धारण करनी चाहिए। क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। पूर्णिमा या अमावस्या के दिन भी रुद्राक्ष की माला धारण करना शुभ माना जाता है। रुद्राक्ष की माला में कम-से-कम 27 मनके होने चाहिए।
किन गलतियों से बचना चाहिए
रुद्राक्ष की माला को बहुत ही पवित्र माना गया है इसलिए कभी भी बिना स्नान किए इसे धारण न करें। रुद्राक्ष की माला धारण करते समय भोलेनाथ का स्मरण करते हुए ऊँ नम: शिवाय का जाप करना न भूलें। रात को सोते समय इसे उतार कर किसी पवित्र स्थान पर रख दें।
कैसा हो धागा
रुद्राक्ष की माला धारण करने के लिए कभी भी काले धागे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हमेशा पीले या लाल धागे में ही रुद्राक्ष की माला धारण करें। एक बार धारण की हुई रुद्राक्ष की माला किसी भी व्यक्ति को न तो देनी चाहिए और न ही किसी व्यक्ति की धारण की हुई माला लेनी चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने के बाद क्या न करें
ध्यान रहे कि रुद्राक्ष की माला धारण करने के बाद मांसाहारी भोजन, धूम्रपान आदि बिलकुल नहीं करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे भगवान शिव की नाराजगी झेलनी पड़ती है।
किन्हें धारण नहीं करना चाहिए रुद्राक्ष
रुद्राक्ष की माला कभी भी गर्भवती महिलाओं को धारण नहीं करनी चाहिए। अगर कोई महिला रुद्राक्ष धारण करती है तो उसे बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल खत्म होने तक रुद्राक्ष उतार देना चाहिए। श्मशान घाट जाते समय इसे धारण न करें। इसके अलावा किसी बच्चे के जन्म के अवसर पर भी रुद्राक्ष की माला नहीं ले जानी चाहिए।
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