प्रेरक व्यक्तित्व रहा श्री सत्य साईं बाबा का
श्री सत्य साईं बाबा एक आध्यात्मिक गुरू थे जिनका प्रेरक व्यक्तित्व रहा है। जिनके संदेश और आशीर्वाद ने पूरी दुनिया के लाखों लोगों को सही नैतिक मूल्यों के साथ उपयोगी जिंदगी जीने की प्रेरणा दी।
श्री सत्य साईं बाबा एक आध्यात्मिक गुरू थे जिनका प्रेरक व्यक्तित्व रहा है। जिनके संदेश और आशीर्वाद ने पूरी दुनिया के लाखों लोगों को सही नैतिक मूल्यों के साथ उपयोगी जिंदगी जीने की प्रेरणा दी।
चौदह साल की उम्र में उन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया।
सत्य साईं बाबा ने अपने भक्तों की बहुत मदद की तथा हमेशा अच्छे आदर्श मानने, अच्छा आचरण करने, अच्छी सेवा भाव मन में बनाये रखने का उपदेश दिया। उनका कहना था कि - कोई भी धर्म बेहतर या कोई भी धर्म खराब नही रहता। हमें सभी धर्मो का सम्मान करना चाहिए। ईश्वर केवल एक है, उसके नाम अलग-अलग हो सकते है। गरीब जरूरतमंद व बीमारों की सेवा बिना किसी प्रतिफल की आशा के साथ करना चाहिए। व्यक्ति को रोज की जिंदगी में सत्य प्रेम, अच्छा व्यवहार, शान्ति , सही सोंच, अहिंसा आदि नैतिक मूल्यों का पालन करना चाहिए।
श्री साईं बाबा ने मानवता को सबसे ऊपर रखने का सन्देश अपने भक्तों को दिया। उनकी मदद और आशीर्वाद से कई अस्पताल शैक्षणिक संस्थान तथा प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
उनका कहना है कि हम यह शरीर नही हैं बल्कि हम अनंत आत्मा हैं जो कि इस शरीर में हैं। जब हम जागते सोते अच्छे विचारों शब्दों और कायरें के साथ रहेंगे हमारा प्रेम पवित्रता, भक्ति और आद्यात्म में रुचि हमें भगवान की कृपा दिलाता है और हम प्रभू के अनंत प्यार को प्राप्त कर सकते हैं ।
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