विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का उद्घाटन
सनातन धर्मावलंबियों के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का रविवार की शाम वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उद्घाटन हुआ। मगध प्रमंडल की आयुक्त वंदना किनी ने कहा कि प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई है। ‘गयाजी’ से लौटने वाले तीर्थयात्री गया और बिहार के बारे
गया । सनातन धर्मावलंबियों के विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का रविवार की शाम वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उद्घाटन हुआ। मगध प्रमंडल की आयुक्त वंदना किनी ने कहा कि प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई है। ‘गयाजी’ से लौटने वाले तीर्थयात्री गया और बिहार के बारे में अच्छा ‘संदेश’ लेकर लौटेंगे।
श्रीमती किनी ने शाम को विष्णुपद द्वार का फीता काटकर पितृपक्ष मेला- 2015 का शुभारंभ किया। इसके बाद विष्णुपद परिसर में आयोजित सांस्कृतिक और अध्यात्मिक समारोह को संबोधित किया। जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित तथा वयोवृद्ध साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद ‘सदय’ द्वारा संपादित ‘तर्पण’ का विमोचन किया। आयुक्त ने कहा कि पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से लाखों तीर्थयात्री अपने पुर्वजों की ‘मोक्ष’ की कामना लेकर आते हैं। पितरों की आत्मा की मुक्ति एवं उनकी आत्मा की शांति को पिंडदान एवं तर्पण करते हैं। श्रद्धालुओं के लिए आवासन, पेयजल, सफाई, चिकित्सा, यातायात, परिवहन, सुरक्षा व अन्य विषय से संबंधित समुचित व्यवस्था की गई है।
मगध क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक संजय ने कहा कि पुलिस सुरक्षित माहौल मुहैया कराएगी। जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि इस बार पितृपक्ष मेले के साथ-साथ विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर दोहरा दायित्व प्रशासन के पर है।
पितृपक्ष महासंगम के अवसर पर गया धाम की आबादी दुगनी हो जाती है। 5-7 लाख लोगों के लिए आवासन, सुरक्षा, सफाई, पेयजल, बिजली व अन्य की व्यवस्था एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।
एसएसपी मनु महराज ने गयाजी की पौराणिक, धार्मिक व अध्यात्मिक इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि गया पुलिस यात्रियों की सुरक्षा को लेकर मुस्तैद है।