बहने लगी फगुआ बयार
रंगभरनी एकादशी नजदीक आते ही ब्रज में होली पर्व की तैयारियां तेज हो गई हैं। बाहरी प्रांतों से आने वाले भक्त आश्रम, मंदिर मठों में गाए जा रहे रसिया और फाग गीतों पर थिरक रहे हैं। फूलों की होली के कार्यक्रम नित्यप्रति प्रारंभ हो चुके हैं।
वृंदावन। रंगभरनी एकादशी नजदीक आते ही ब्रज में होली पर्व की तैयारियां तेज हो गई हैं। बाहरी प्रांतों से आने वाले भक्त आश्रम, मंदिर मठों में गाए जा रहे रसिया और फाग गीतों पर थिरक रहे हैं।
फूलों की होली के कार्यक्रम नित्यप्रति प्रारंभ हो चुके हैं।
ठा. बांके बिहारी की नगरी में होली पर्व हर बार अनूठे ढंग से मनाया जाता है। देश के कोने-कोने के अलावा विदेशों तक के श्रीकृष्ण भक्त कान्हा की नगरी में बिहारीजी के संग होली खेलने आते हैं। होली पर्व नजदीक आते ही श्रद्धालुओं का आना भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को बिहारी मार्ग स्थित श्रीराधाश्याम कुंज में महिलाओं ने रसिया गीत कार्यक्रम का आयोजन किया।
श्रीराधाकृष्ण की अर्चना की रसिया गीत, भजन गाए, नृत्य किया और कान्हा को याद कर एक दूसरे के साथ फूलों की होली खेली। राधादामोदर और राधाबल्लभ मंदिर में होली पद गीत शुक्रवार को प्राचीन राधादामोदर और राधाबल्लभ मंदिर में होली पद गायन किया गया। सैकड़ों श्रद्धालु कान्हा की भक्ति में लीन होकर नृत्य करते रहे।
ढोलक-हारमोनियम के साथ फाग और रसिया गीत परिक्रमा मार्ग स्थित बिरागी बाबा आश्रम, राधा-गोविंद आश्रम श्रीकुंज विलास आश्रम समेत दर्जनों आश्रमों में बिहार और उड़ीसा से आए हजारों भक्त प्रभु को रिझा रहे हैं। शाम को फाग और रसिया गीतों का आनंद ले रहे हैं।