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Vinayak Chaturthi: कब है अगली विनायक चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Vinayak Chaturthi हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जी का जन्म हुआ था। ऐसे में हर माह की इस तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 11:00 AM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 01:15 PM (IST)
Vinayak Chaturthi: कब है अगली विनायक चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Vinayak Chaturthi: कब है अगली विनायक चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Vinayak Chaturthi: हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। मान्यता है कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जी का जन्म हुआ था। ऐसे में हर माह की इस तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है। साथ ही गणेश जी की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी पर, भगवान गणेश भक्तों की भक्ति से प्रसन्न हो ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। गणेश जी की पूजा करते समय उन्हें दूर्वा अर्पित की जाती है। साथ ही उन्हें मोदक का भोग भी लगाया जाता है। इस तिथि को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। जागरण अध्यात्म के इस लेख में आज ​हम आपको बता रहे हैं फाल्गुन गणेश चतुर्थी की तिथि और शुभ मुहूर्त।

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विनायक चतुर्थी 2021 का शुभ मुहूर्त:

फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि

चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 16 मार्च, मंगलवार, रात 8 बजकर 58 मिनट तक

चतुर्थी तिथि समाप्त: 17 मार्च, बुधवार, रात 11 बजकर 28 मिनट पर

पूजा मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 17 मिनट से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक

अवधि: 2 घंटे 24 मिनट

विनायक चतुर्थी 2021 का महत्व:

गणेश चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। यह दिन गणेश जी को समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार, देवी पार्वती ने अपनी दिव्य शक्तियों के साथ चंदन के लेप का इस्तेमाल कर एक मूर्ति बनाई और उसमें प्राण डाले। इस मूर्ति से जो बालक जन्मा उसने माता पार्वती को अपनी मां कहा। देवी पार्वती को पुत्र होने की खुशी थी। ऐसे में इस दिन गणेश जी की पूजा करना बेहद शुभ फल देने वाला होता है। कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि जो गणेश चतुर्थी पर जो व्यक्ति चंद्रमा को देखता है वह मिथ्या दोशम या मिथ्या कलंक बनाता है।  

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। ' 


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