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वृंदावन: कान्हा संग होली खेल निहाल हो गये भक्त

श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर रंगारंग लठामार होली बुधवार को दो बजे से होगी। हुरियारिनों की लाठियां प्रिय-प्रियतम की अलौकिक होली खेलने के लिए तैयार हैं। श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ के अनुसार, लठामार होली समिति के अध्यक्ष किशोर भरतिया व महामंत्री नंद किशोर अग्रवाल प्रात: करीब आठ बजे मं

By Edited By: Published: Wed, 12 Mar 2014 01:42 PM (IST)Updated: Wed, 12 Mar 2014 03:33 PM (IST)
वृंदावन: कान्हा संग होली खेल निहाल हो गये भक्त

मथुरा। श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर रंगारंग लठामार होली बुधवार को दो बजे से होगी। हुरियारिनों की लाठियां प्रिय-प्रियतम की अलौकिक होली खेलने के लिए तैयार हैं। श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ के अनुसार, लठामार होली समिति के अध्यक्ष किशोर भरतिया व महामंत्री नंद किशोर अग्रवाल प्रात: करीब आठ बजे मंगल ध्वनि के बीच भगवान श्रीकेशव देव व जन्म स्थान में विराज रहे दूसरे सभी श्रीविग्रहों को पुष्प, माला, वस्त्र, प्रसाद व गुलाल आदि लगाकर भगवान को इस आयोजन में शामिल होने की प्रार्थना करेंगे।

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इस कार्यक्रम का आरंभ गुरु शरणानंद महाराज दोपहर दो बजे करेंगे। फिर लठामार होली होगी। किसी भी प्रकार के गीले या सूखे रंग लेकर श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

जबरन रंग डाला तो लगेगा पोक्सो- होली के मौके पर श्रद्धालु महिला व युवतियों पर जबरन रंग डाला तो महिला अत्याचार निषेध कानून के तहत होगी कार्रवाई। ऐसे युवकों और भीड़ का फायदा उठाने वाले असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने की तैयारी में जुट गयी है पुलिस। कोतवाली प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि मंदिर, बाजार और गलियों में नवयुवक महिला और युवतियों पर जबरन रंग डालकर छेड़छाड़ करते देखे जाते हैं। रंगभरनी एकादशी पर ये हरकत बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसके लिए मंदिर, बाजार और कुंज गलियों में सादा कपड़ों में पुलिसकर्मी निगहबानी करेंगे। अगर किसी महिला या युवती के साथ अभद्रता हुई तो महिला अत्याचार निरोधक नये बने कानून यौन अपराध शिशु संरक्षण अधिनियम (पोक्सो), गुंडा एक्ट समेत अनेक धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। डाग स्क्वायड और खुफिया विभाग शहर में कोने-कोने में पैनी नजर रखे हैं।

रंगभरनी एकादशी पर वृंदावन में रंगों से खेली जाने वाली होली की शुरूआत हुई। होली की रंगीली फुहार सुबह पांच हजार से अधिक मंदिरों में शुरु हुई तो भक्त कान्हा संग होली खेल निहाल हो गये।

बांके बिहारी मंदिर में सुबह आरती के बाद जैसे ही जय कन्हैया लाल की जयकार लगी भक्तों और सेवायतों ने चटकीले रंग, अबीर और गुलाल की वर्षा शुरू कर दी। लोगों ने प्रेम भाव में एक दूसरे को गुलाल लगाया तो घंटों रंग मंदिर प्रांगण में उडता रहा। जिस पर रंग गिरा वह भी निहाल और जिस पर नहीं गिरा वह भी खुशहाल। भक्तिभाव में डूबे श्रद्वालु प्रिय कान्हा संग होली खेलने को मंदिर में खडे़ रहना चाहते थे लेकिन व्यवस्था ऐसी कि निजी गार्ड सबको विधिवत दर्शन के बाद ज्यादा देर खडे़ न रहने की ताकीद देते विनम्रता से करते देखे गये।

सड़कों पर उडा रंग और गुलाल

परंपरा के अनुसार एकादशी से वृंदावन कान्हा संग होली खेल निहाल हो गये भक्त में होली पर्व और रंग खेलने की शुरुआत हो जाती है। परंपरा भले ही सैकड़ों साल पुरानी है लेकिन इसमें कोई कोताही नहीं होती। आज के दिन कोई भी ब्रजवासी और बाहरी शहरों से आने वाले भक्त रंग में सराबोर होने को लालायित रहे। शहर की कुंज गलिया हों या पिफर सड़कें या पिफर परिक्रमा मार्ग सभी जगह रंग ही रग बिखराता रहा।

पिचकारी से खेली बांके बिहारी ने होली

बांके बिहारी मंदिर में बिहारीजी अबीर गुलाल के बाद रंगों से सैकडों साल पुरानी और विशाल पिचकारी से होली खेली। मंदिर के सेवायतों ने बताया कि सुबह रंग गुलाल, अबीर और दोपहर को रंग से बिहारीजी के साथ भक्तों ने होली खेली। ऐसे में देसी श्रद्वालुओं के साथ विदेशी भी निहाल हो जय श्रीकृष्णा के जयकार लगाते देखे गये।

शहर में रही पांच लाख की भीड, सड़कें जाम

वुंदावन में बुधवार को भक्तों की भीड़ का प्रभाव बडे पैमाने पर देखा गया। करीब पांच लाख लोगों की भीड़ के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। भीड़ के कारण सड़को़ और गलियों तक में जगह जगह जाम के हालात बनते रहे। जब कि सप्त देवालयों के आसपास और ठा. बांके बिहारी मंदिर जाने वाले मार्गो दुसायत, वीआइपी पार्किंग, विध्यापीठ, हरिनिकुज, रतन छतरी, रमणरेती, गांधी मार्ग, किशोरपुरा में भारी भीड़ देखी गई।

मथुरा में होटल-गेस्ट हाउस फुल -

ब्रज में होली की धूम चरम पर है। रंगभरनी एकादशी तो बुधवार को हो जाएगी, मगर इसके बाद पांच दिवसीय होलिकोत्सव का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इस महोत्सव में भागीदार बनने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा है। ऐसे में अगर आप मथुरा आने की सोच रहे हैं तो ठहरने का इंतजाम जरूर कर लेना, क्योंकि मथुरा और वृंदावन में होटल, गेस्टहाउस और धर्मशालाएं फुल हो चुकी हैं।

वैसे तो वसंत पंचमी से ही ब्रज में होली का धमाल शुरू हो जाता है, लेकिन होलिकाष्टक लगते ही ब्रज का आसमान सतरंगी होने लगता है। मंदिरों में भी होली की बयार चरम पर पहुंच जाती है। ब्रज में बरसाना की लड्डू, लठामार और नंदगांव की लठामार होली में श्रद्धालु रंग चुके हैं। बुधवार को रंगभरनी एकादशी पर वृंदावन के मंदिरों और मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान, द्वारिकाधीश मंदिर आदि में होने वाले आयोजनों में भी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा। श्रद्धालुओं ने ब्रज की स्थिति को देखते हुए पहले ही होटलों में कमरे बुक करा लिए थे, लेकिन जिन लोगों ने पहले से कमरे बुक नहीं कराए हैं उन्हें धर्मशाला और होटलों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। 1मथुरा और वृंदावन के सभी होटल, गेस्टहाउस, आश्रमों में कमरे फुल हो चुके हैं। जहां खाली भी हैं वो 12 तारीख से भर जाएंगे। होटल संचालकों ने बुकिंग लेना बंद कर दिया है। बृजवासी रॉयल के संचालक राजीव बृजवासी ने बताया कि होली पर होटल फुल चल रहे हैं। विदेश पर्यटक भी अच्छी खासी संख्या में आ रहे हैं। इस समय होटलों में कमरे नहीं मिल रहे हैं।

वृंदावन स्थित श्रीराम गेस्ट हाउस के विनय शर्मा और होटल लोटस के चंद्रदेव ने बताया कि होटल की बुकिंग पूरी हो चुकी है। अब जो श्रद्धालु आ रहे हैं, उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। वृंदावन में तो बैंक्वेटहाल तक के कमरे किराए पर उठ चुके हैं।1जिला पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा ने बताया कि पर्यटन के लिहाज से ब्रज की होली बहुत अच्छी साबित हो रही है। ठहरने के लिए होटल, धर्मशालाएं, गेस्टहाउस फुल हो चुके हैं।


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