प्रतिबंध के बाद भी विश्वनाथ दरबार पहुंचा नारियल लेकर
सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील काशी विश्वनाथ मंदिर में अफसरों की शह पर मंगलवार को सुरक्षा में सेंधमारी करते सेवादार प्रतिबंध के बाद भी नारियल लेकर गर्भगृह तक पहुंच गया। महाशिवरात्रि से एक सप्ताह पहले ऐसी चूक पर नजर पड़ते ही सुरक्षा कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। जवानों ने प्रतिबंधित
वाराणसी। सुरक्षा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील काशी विश्वनाथ मंदिर में अफसरों की शह पर मंगलवार को सुरक्षा में सेंधमारी करते सेवादार प्रतिबंध के बाद भी नारियल लेकर गर्भगृह तक पहुंच गया। महाशिवरात्रि से एक सप्ताह पहले ऐसी चूक पर नजर पड़ते ही सुरक्षा कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। जवानों ने प्रतिबंधित नारियल व सेवादार को कब्जे में ले लिया। हालांकि पाली प्रभारी की ओर से इस बाबत जानकारी दिए जाने पर मंदिर के अपर कार्यपालक अधिकारी ने खुद इसकी जिम्मेदारी ले ली।
कहा वह इस संबंध में लिखित में आदेश देने को तैयार हैं।
हुआ यह कि सुबह कार्यपालक समिति सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं के दल समेत मंदिर पहुंचे। द्वार पर सुरक्षा अधिकारियों को विश्व शांति व कल्याणार्थ हवन-अनुष्ठान की जानकारी दी। पूजन सामग्री में नारियल होने पर सुरक्षाकर्मियों ने सेवादार को रानी भवानी मंदिर के पास रोक दिया। इस पर सेवादार ने द्वार के समीप एक दुकान पर नारियल रख दिया। कुछ देर बाद निकास के लिए बने अविमुक्तेश्वर द्वार से पुन: बाहर निकल उधर से ही नारियल लेकर परिसर में प्रवेश कर गया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा आपत्ति जताने पर कार्यपालक समिति सदस्य व सेवादार ने उच्चाधिकारियों के आदेश का हवाला देते हुए अर्दब में लेने की भी कोशिश की।
एक माह में दूसरा प्रकरण - इससे पहले पिछले माह ही धर्मार्थ मंत्री का पीए भी अपर कार्यपालक अधिकारी के हस्तक्षेप पर ही मंदिर में सेलफोन लेकर प्रवेश कर गया था। गर्भगृह में वीडियो बनाने पर सुरक्षाबलों ने पकड़ा था।