Move to Jagran APP

Vinayak Chaturthi: वर्ष 2021 की पहली विनायक चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Vinayak Chaturthi विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है। यह तिथि हर माह दो बार आता है। जो चुतर्थी अमावस्या के बाद आती है उसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है। इस वर्ष यहआज मनाई जा रही है। इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 06:00 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 10:43 AM (IST)
Vinayak Chaturthi: वर्ष 2021 की पहली विनायक चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Vinayak Chaturthi: वर्ष 2021 की पहली विनायक चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

VVinayak Chaturthi: विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है। यह तिथि हर माह दो बार आता है। जो चुतर्थी अमावस्या के बाद आती है उसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है। भगवान गणेश की जयंती को चिह्नित करने के लिए हर महीने के चतुर्थी शुक्ल पक्ष को गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। संकष्टी चतुर्थी के विपरीत, विनायक चतुर्थी अमावस्या या शुक्ल पक्ष के दौरान अमावस्या के बाद आती है। इस वर्ष यह 16 जनवरी यानी आज मनाई जा रही है। इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है। भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी उपवास रखने से व्यक्ति की हर इच्छा पूरी करते हैं। साथ ही जीवन की हर बाधा को दूर भी करते हैं।

loksabha election banner

विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त:

चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 16 जनवरी, शनिवार, सुबह 07 बजकर 27 मिनट से

चतुर्थी तिथि का समाप्त- 17 जनवरी, रविवार सुबह 08 बजकर 08 मिनट पर

चतुर्थी तिथि का पूजा मुहूर्त- 16 जनवरी, शनिवार सुबह 11 बजकर 27 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट तक

विनायक चतुर्थी का महत्व:

भगवान गणेश के कई नाम हैं। इन्हें गणपति बप्पा, एकदंत, गजानन, लम्बोदर, मंगलमूर्ति, चतुर्भुज, हेरम्ब, कृपाकर आदि जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। विनायक चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा मध्याह्न (दोपहर) के दौरान की जाती है। जबकि संकष्टी को चंद्रोदय के बाद इनका पूजन किया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने का बेहद ही विशेष महत्व है। जो व्यक्ति इस दिन उपवास करता है इसके जीवन से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। वहीं, अगर दंपत्तियों द्वारा इस दिन व्रत किया जाए तो विवाहित जीवन में आने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.