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Vidur Niti: व्यक्ति को जीवन में किन बातों से हर समय रहना चाहिए सतर्क

Vidur Niti महात्मा विदुर की नीतियों को सफलता के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। इनमें न केवल व्यहार और ज्ञान के विषय में बताया है बल्कि धर्म के विषय में भी महात्मा विदुर ने विस्तार से बताया है। आइए जानते हैं।

By Shantanoo MishraEdited By: Published: Mon, 05 Dec 2022 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 05 Dec 2022 07:13 PM (IST)
Vidur Niti: व्यक्ति को जीवन में किन बातों से हर समय रहना चाहिए सतर्क
Vidur Niti: विदुर नीति के इन बातों का रखें ध्यान।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Vidur Niti: जीवन में उपयुक्त मार्गदर्शक का होना बहुत जरूरी होता है। ये न केवल व्यक्ति को सदमार्ग पर चलने की शिक्षा देते हैं, बल्कि वह सही और गलत के बीच भेद भी बताते हैं। महात्मा विदुर की नीतियां वर्तमान समय में ऐसे ही मार्गदर्शक के रूप में कई लोगों को सदमार्ग पर चलने की शिक्षा दे रही है। विदुर नीति महात्मा विदुर और महाराज ध्रितराष्ट्र के बीच हुए संवाद का संकलन है। जिनमें उन्होंने जीवन में सफलता प्राप्त करने के कई गुण बताए गए हैं। विदुर नीति के इस भाग में आइए जानते हैं कि व्यक्ति को जीवन में किन बातों से हर समय सतर्क रहना चाहिए।

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विदुर नीति के इन बातों का रखें ध्यान 

यत् सुखं सेवमानोपि धर्मार्थाभ्यां न हीयते ।

कामं तदुपसेवेत न मूढव्रतमाचरेत् ।।

विदुर नीति के इस श्लोक में महात्मा विदुर बता रहे हैं कि व्यक्ति को यह स्वतंत्रता है कि वह न्यायपूर्वक और धर्म के मार्ग पर चलते हुए अपने सुखों का लाभ उठाए। लेकिन वह सुख में इतना लिप्त भी न हो जाए जिसके कारण वह अधर्म का मार्ग पकड़ ले। इसलिए व्यक्ति को अपने सुखों का उपभोग करते समय धर्म और न्याय के प्रति सतर्क रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बात की सम्भावना अधिक होती है कि वह काम और धन के लोभ में अधर्म का मार्ग अपना सकता है।

वृत्तं यत्नेन संरक्षेद् वित्तमेति च याति च ।

अक्षीणो वित्ततः क्षीणो वृत्ततस्तु हतो हतः ।।

इस श्लोक में महत्मा विदुर बता रहे हैं कि व्यक्ति को अपने चरित्र की रक्षा सबसे अधिक करनी चाहिए। जीवन में धन का आना-जाना लगा रहता है। अगर धन नष्ट होने पर चरित्र साफ रहता है तो कुछ बुरा नहीं है, लेकिन जब चरित्र नष्ट हो जाता है तब जीवन में कमाया हुआ सम्पूर्ण धन भी नष्ट हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को हर समय केवल ऐसा कार्य ही करना चाहिए जिससे उसके चिरित्र पर कोई आंच ना आए। साथ ही उसे हर समय अपने चरित्र के प्रति सतर्क रहना चाहिए।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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