Move to Jagran APP

इस दिन शुद्ध चित्त से किसी भी कार्य की शुरुआत की जाए तो सफलता मिलती है

हिन्दू नववर्ष का शुभारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा शुक्रवार 8 अपै्रल से हो रहा है। नए संवत्सर 2073 का नाम 'सौम्य' है और इस साल का राजा शुक्र व मंत्री बुध है। इस दिन देवी की आराधना

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 07 Apr 2016 09:19 AM (IST)Updated: Thu, 07 Apr 2016 09:51 AM (IST)
इस दिन शुद्ध चित्त से किसी भी कार्य की शुरुआत की जाए तो सफलता मिलती है

हिन्दू नववर्ष का शुभारंभ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा शुक्रवार 8 अपै्रल से हो रहा है। नए संवत्सर 2073 का नाम 'सौम्य' है और इस साल का राजा शुक्र व मंत्री बुध है। इस दिन देवी की आराधना का पर्व नवरात्रि का भी शुभारंभ होता है। मान्यता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा स्वयं सिद्ध अमृत तिथि है, इस दिन शुद्ध चित्त से किसी भी कार्य की शुरुआत की जाए तो सफलता मिलती है।

loksabha election banner

यह भी मान्यता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी। सम्राट विक्रमादित्य ने 2073 साल पहले इसी दिन राज्य स्थापित कर विक्रम संवत की शुरुआत की थी। पुराणों में वर्णित है कि भगवान राम का राज्याभिषेक चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही हुआ था।

इस साल नवरात्र का शुभारंभ शुक्रवार से हो रहा है। इस दिन को संतोषी माता का वार माना जाता है, इसलिए इसे विशेष संयोग माना जा रहा है। मंदिर में जोत प्रज्ज्वलन के साथ ही श्रीमद्देवी भागवत पाठ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें माता के विभिन्न रूपों की व्याख्या की जाएगी। शनि मंदिर में भी जोत प्रज्ज्वलन नवग्रहों की शांति के लिए चूड़ी लाइन प्राचीन शनि मंदिर में नवग्रह मनोकामना जोत कलश की स्थापना की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.