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Subramanian Swamy Birthday: सुब्रमण्यम स्वामी के प्रभावशाली व्यक्तित्व का क्या है राज? कुंडली से जानें

Subramanian Swamy Birthday सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म 15 सितंबर 1939 (गुरुवार) को म्य्लापोरे चेन्नई भारत में हुआ है। उनकी कुंडली सिंह लग्न की है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 10:15 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 10:30 AM (IST)
Subramanian Swamy Birthday: सुब्रमण्यम स्वामी के प्रभावशाली व्यक्तित्व का क्या है राज? कुंडली से जानें
Subramanian Swamy Birthday: सुब्रमण्यम स्वामी के प्रभावशाली व्यक्तित्व का क्या है राज? कुंडली से जानें

Subramanian Swamy Birthday: सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म 15 सितंबर 1939 (गुरुवार) को म्य्लापोरे, चेन्नई, भारत में हुआ है। उनकी कुंडली सिंह लग्न की है। स्वामी की कुंडली में लग्न में सूर्य और बुध का 'बुद्धादित्य' योग है, जिसके प्रभाव से उनको प्रखर बुद्धि और वाक्पटुता मिली है। लग्नेश, लग्नस्थ में ही स्थित हैं। इसी ने प्रखर वक्ता, अर्थशास्त्री, बनने में मदद की। उनकी कुंडली में छठे भाव में पड़े उच्चे के मंगल ने उनको हमेशा अपने विरोधियों पर तीखे हमले करने की शक्ति दी है।

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ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री ने बताया कि धन भाव अर्थात दूसरे भाव मे कन्या राशि में चन्द्र, शुक्र की युति है। यहां चन्द्रमा, हस्त नक्षत्र के तृतीय चरम में स्थित हैं। उनका गण-देव, वर्ण- वैश्य, करण- कौलव, नाड़ी- आद्या, तत्व- अग्नि है।

पराक्रम भाव, तृतीय में तुला का राहु स्थित है। छठे भाव में मकर का मंगल एवं अष्टम भाव मे मीन का गुरु विराजित हैं। भाग्य स्थान, नवम में मेष के शनि केतु की युति स्थित है। मंगल और शनि का दृष्टि संबंध स्वामी को जिद्दी और कठोर स्वाभाव का व्यक्ति भी बनता है।

स्वामी की कुंडली में वर्तमान में केतु की विंशोत्तरी महादशा (15 दिसम्बर 2019 से 15 दिसम्बर 2026 तक चल रही है) में शुक्र की अन्तर दशा चल रही है, 13 जुलाई 2021 तक।

उनके पिता का नाम सीताराम सुब्रमण्यम था और वो मदुरै, तमिलनाडु से थे। उनके पिता शुरू में भारतीय सांख्यिकी सेवा में अधिकारी थे और बाद में केंद्रीय सांख्यिकी संस्थान के निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिन्दू कॉलेज से मैथ में ग्रेजुएशन ऑनर्स किया। उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संस्थान में सांख्यिकी में अपनी मास्टर्स डिग्री के लिए अध्ययन किया। इसके बाद वो रॉकफेलर छात्रवृत्ति पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए चले गए। उन्हें 1965 में इकोनॉमिक्स में पीएचडी की।

डिस्क्लेमर-
''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. विभिन्स माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी. ''  


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