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श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अब दान नकद ही होंगे स्वीकार

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर अह नकद ही दान स्वीकार करेगा। भोग भंडारा के लिए भी सामग्री के मद में धनराशि ली जाएगी। उसे दानदाता की मंशा के अनुरूप खर्च किया जाएगा। न्यास परिषद और कार्यपालक समिति पहले ही इसका निर्णय ले चुकी है। इसमें भोग प्रसाद तक के लिए नकद दान

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2015 04:14 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2015 05:29 PM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अब दान नकद ही होंगे स्वीकार

वाराणसी । श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर अह नकद ही दान स्वीकार करेगा। भोग भंडारा के लिए भी सामग्री के मद में धनराशि ली जाएगी। उसे दानदाता की मंशा के अनुरूप खर्च किया जाएगा। न्यास परिषद और कार्यपालक समिति पहले ही इसका निर्णय ले चुकी है। इसमें भोग प्रसाद तक के लिए नकद दान लिए जाने का प्रावधान है।

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मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय अवस्थी ने इस संबंध में शुक्रवार को सूचना जारी की। इसमें कहा गया है कि नियम के विपरीत कुछ श्रद्धालु मंदिर में खाद्यान्न या अन्य सामग्री दान में देते रहे हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से दान में धन देने को ही प्राथमिकता का आह्वान किया। कहा कि इसके बावजूद भी यदि किसी विवशता में कोई सामग्री दान करनी ही पड़े तो संबंधित कर्मचारी से उसकी रसीद अवश्य प्राप्त कर ली जाए।

सीईओ ने ऐसे मामलों की जानकारी मांगी है जिसमें सामग्री दान के बाद रसीद नहीं दी गई। कहा कि ऐसे ही एक प्रकरण की जांच भी कराई जा रही है।

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने सावन के दौरान भोग भंडारे में वित्तीय अनियमितता की जांच शुरू कर दी। इसकी वीडियो फुटेज से पुष्टि न होने पर अब शिकायतकर्ता अजय शर्मा से साक्ष्य मांगे गए हैं। जांच की जिम्मेदारी संभाल रहे एसीईओ पीएन द्विवेदी ने शुक्रवार को इस संबंध में उन्हें पत्र जारी किया। इसमें तीन दिन के भीतर सभी प्रमाण उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। साथ ही मंदिर दफ्तर में बयान के लिए आने या शपथ पत्र मांगा गया है। इसके अलावा आरोपी लिपिक से दो दिन के भीतर स्पष्टीकरण के साथ ही बयान के लिए बुलाया गया है। इस मामले में भंडारी अंशू मिश्र के भी बयान लिए जाएंगे। मालूम हो कि दानदाता अजय शर्मा ने सावन माह के दौरान उनके द्वारा भोग भंडारा की सामग्री उपलब्ध कराने के बाद भी मंदिर प्रशासन द्वारा इस मद में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया था। इसमें एक लिपिक को गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। इस मामले में सीडीओ स्तर भी अलग से जांच की जा रही है।

अब दान के वाहनों पर सवाल

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में घपलों-घोटालों के संबंध में आरोप प्रत्यारोप के बीच दान में मिले दो पहिया वाहनों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। दानदाता अजय शर्मा ने इस संबंध में मुख्य कार्यपालक अधिकारी से जवाब मांगा है। उनका कहना है कि बाबा को अर्पित पांच वाहन लोग लेकर घूम रहे हैं लेकिन इस मद में उनसे एक रुपये भी जमा नहीं कराए गए। मंदिर प्रशासन चुप्पी साधे हैं।


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