सोमवती और पितृ अमावस्या के अवसर पर गंगा में आस्था की डुबकी
सोमवती और पितृ अमावस्या के अवसर पर आज हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने प्राचानी नारायणी शिला और कुशवर्त घाट पर अपने पितृ के निमित तर्पण और कर्मकांड कार्य संपन्न कराए। आज सोमवती और पितृ अमावस्या का स्नान पर्व लंबे
हरिद्वार। सोमवती और पितृ अमावस्या के अवसर पर आज हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने प्राचानी नारायणी शिला और कुशवर्त घाट पर अपने पितृ के निमित तर्पण और कर्मकांड कार्य संपन्न कराए। आज सोमवती और पितृ अमावस्या का स्नान पर्व लंबे समय बाद एक साथ पड़ा है।
इसके चलते हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य और मोक्ष की कामना करने के साथ अपने पितरों को देवलोक भी विदा कर रहे हैं। सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। इसीलिए इस मौके पर गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह माना जाता है कि इस अवसर पर मां गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते है। मनोकामनाएं पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन गंगा स्नान कर पितृ तृप्त होते हैं और बैकुंठ को रवाना हो जाते हैं।