अमृत स्नान से पहले बदलेगा शिप्रा नदी का पानी
9 मई को होने वाले अमृत स्नान के पहले उज्जैन के सभी घाट ताजे पानी से लबालब होंगे।
उज्जैन। 9 मई को होने वाले अमृत स्नान के पहले उज्जैन के सभी घाट ताजे पानी से लबालब होंगे। स्नान के एक दिन पहले 35 क्यूमेक्स नर्मदा का पानी छोड़ा जाएगा।
सिंहस्थ के लिए इस बार नर्मदा-शिप्रा संगम से 420 एमएलडी पानी प्रतिदिन छोड़ा जा रहा है। उससे देवास डेम को भरा जाता है। जरुरत के अनुसार उस डेम से पानी आगे छोड़ा जाता है।
उज्जैन के घाटों पर पानी छोड़ने का काम पीएचई और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण देख रहे हैं। अफसरों का कहना है कि आम दिनों में 0.5 क्यूमेक्स पानी नदी में बहाया जाता है, लेकिन स्नान के लिए 35 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा। रात के समय विभिन्न् घाटों से पानी उज्जैन के बाहर बहाया जाता है और ताजा पानी भरते हैं।
नहीं जम रही काई पानी को लंबे समय तक बदला नहीं गया और एक ही जगह पर जमा होता है तो घाट की सीढ़ियों पर काई जम जाती है लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। हालांकि जमे पानी में बदबू आने लगती है। इससे बचने के लिए पानी बदला जा रहा है। पानी को शुद्ध करने के लिए ओजोन गैस भी नदी में छोड़ी जा रही है। अफसरों के अनुसार पानी छोड़ते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि बहाव तेज न हो और नदी में स्नान करने वाले के लिए बहाव परेशानी न बने।