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Navratri 2022 Maa Skandmata Aarti: आज ऐसे करें मां स्कंदमाता की आरती, होगी हर कामना पूर्ण

Navratri 2022 Maa Skandmata Aarti शारदीय नवरात्र के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा अर्चना की जाती है। आज के दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने के साथ-साथ दुर्गा चालीसा मंत्र के साथ-साथ अंत में इस आरती को जरूर पढ़ें।

By Shivani SinghEdited By: Published: Fri, 30 Sep 2022 08:38 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 08:38 AM (IST)
Navratri 2022 Maa Skandmata Aarti: आज ऐसे करें मां स्कंदमाता की आरती, होगी हर कामना पूर्ण
Navratri 2022 Maa Skandmata Aarti: आज ऐसे करें मां स्कंदमाता की आरती, होगी हर कामना पूर्ण

 नई दिल्ली, Navratri 2022 Maa Skandmata Aarti: आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नवरात्र का पांचवा दिन पड़ा है। आज के दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा अर्चना करने का विधान है। मां स्कंदमाता का स्वरूप बेहद मनमोहक माना जाता है। मां की गोद में बालरूप में भगवान कार्तिकेय बैठे हुए हैं और उन्होंने हाथों में धनुष और तीर लिया हुआ है। माता का वाहन सिंह हैष लेकिन वह कमल में भी विराजित होती है। इसी कारण उन्हें पद्नासन देवी भी कहा जाता है। माना जाता है कि नवरात्र के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा विधिवत तरीके से करने के साथ मंत्र का पाठ करें और अंत में आरती जरूर करें।

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मां स्कंदमाता की आरती (Maa Skandmata Aarti)

जय तेरी हो स्कंदमाता,

पांचवां नाम तुम्हारा आता।

सब के मन की जानन हारी,

जग जननी सब की महतारी। जय तेरी हो स्कंदमाता

तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं,

हर दम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।

कई नामों से तुझे पुकारा,

मुझे एक है तेरा सहारा। जय तेरी हो स्कंदमाता

कहीं पहाड़ों पर है डेरा,

कई शहरो में तेरा बसेरा।

हर मंदिर में तेरे नजारे,

गुण गाए तेरे भक्त प्यारे। जय तेरी हो स्कंदमाता

भक्ति अपनी मुझे दिला दो,

शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो।

इंद्र आदि देवता मिल सारे,

करे पुकार तुम्हारे द्वारे। जय तेरी हो स्कंदमाता

दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए,

तुम ही खंडा हाथ उठाएं।

दास को सदा बचाने आईं,

चमन की आस पुराने आई।

जय तेरी हो स्कंदमाता

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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