Shanivar Ke Upaye: शनिवार के दिन करें ये उपाय,दूर होंगी नौकरी पाने की सभी बाधाएं
Shanivar Ke Upaye भारतीय ज्योतिष में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिनकों अपना कर शनिदोष को शांत किया जा सकता है। इन उपायों को अपना कर नौकरी में आने वाली बाधा को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में....
Shanivar Ke Upaye: शनिदेव को न्याय और दण्ड का देवता माना जाता है। मान्यता है कि शनिदेव प्रत्येक व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुरूप फल प्रदान करते हैं। लेकिन कई बार व्यक्ति को कुण्डली में व्याप्त शनिदोष के कारण कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी कारण कई बार बहुत परिश्रम करने के बाद भी व्यक्ति को नौकरी में सफलता नहीं मिल पाती है। या फिर उसमें कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। भारतीय ज्योतिष में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिनकों अपना कर शनिदोष को शांत किया जा सकता है। इन उपायों को अपना कर नौकरी में आने वाली बाधा को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं शनिदेव को प्रसन्न करने के कुछ ऐसे उपाय जिन्हें अपनाने से नौकरी में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है...
1- शनिवार के दिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि हनुमान जी के प्रसन्न होने से शनिदेव स्वयं प्रसन्न होते हैं और सारी दिक्कतें दूर करते हैं।
2- व्रत के शनिवार को सुबह उठकर सरसों के तेल में अपनी छाया देख कर छायादान कर दें। और शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं।
3- अगर शनि की कृदृष्टि के कारण नौकरी में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो शनिवार का व्रत रखना लाभदायक होता है। कम से कम 7 शनिवार लगातार शनिवार का व्रत करने से सारी बाधाएं दूर होती हैं।
4- अगर नौकरी में प्रमोशन की समस्या है तो चींटियों को शनिवार के दिन आटा खिलाएं। ऐसा करने से प्रमोशन में आने वाली बाधा दूर होगी।
5- शनिवार के दिन 11 गरीब और जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाएं और दान करें। ऐसा करने से नौकरी और व्यापार के क्षेत्र में आने वाली समस्या दूर होती हैं।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'