Move to Jagran APP

पितृपक्ष: श्रद्धा के साथ उठे हजारों हाथ

याचना.. विनती और अराधना के साथ बृहस्पतिवार को हजारों श्रद्धालु फल्गु नदी में उतरे। फल्गु नदी का पानी कछार पर न होकर बीच में मंद-मंद बह रही थी। सूर्य की लालिमा अभी नभ पर पूरी तरह चढ़ी नहीं थी। वैसे में पुत्रों ने अपने पितरों को श्रद्धा के साथ जल अर्पण करने का कर्म प्रारंभ किया। यहीं से एक पखवारे तक चलने व

By Edited By: Published: Fri, 20 Sep 2013 08:22 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2013 08:45 PM (IST)
पितृपक्ष: श्रद्धा के साथ उठे हजारों हाथ

गया, जागरण संवाददाता। याचना.. विनती और अराधना के साथ बृहस्पतिवार को हजारों श्रद्धालु फल्गु नदी में उतरे। फल्गु नदी का पानी कछार पर न होकर बीच में मंद-मंद बह रही थी। सूर्य की लालिमा अभी नभ पर पूरी तरह चढ़ी नहीं थी। वैसे में पुत्रों ने अपने पितरों को श्रद्धा के साथ जल अर्पण करने का कर्म प्रारंभ किया। यहीं से एक पखवारे तक चलने वाले पितृपक्ष मेला का धार्मिक कर्मकांड प्रारंभ हुआ। धीरे-धीरे भगवान भास्कर अपनी तेज लिए ऊपर चढ़ने लगे और नदी में भी भीड़ बढ़ने लगी। यह क्रम दोपहर तक चलता रहा। पितृपक्ष का पहला दिन फल्गु में तर्पण के साथ ही शुरू होता है।

loksabha election banner

श्रद्धालुओं ने जलांजलि देने के बाद देवघाट सहित अन्य स्थानों पर बैठकर पितरों को श्राद्ध अर्पित किया। इन पवित्र स्थानों पर झुंड के झुंड लोग जमा हो गए थे। स्थानाभाव के कारण नदी में भी सामूहिक पिंडदान करते लोग दृष्टिगोचर हुए। तदोपरांत भगवान विष्णु के पाद दर्शन को लंबी कतारें लगी थी। मंदिर में प्रवेश करने के लिए दो प्रमुख द्वार हैं। एक प्रमुख द्वार नदी की ओर से उत्तर दिशा में है तो दूसरा द्वार पश्चिम दिशा की ओर खुलता है। भीड़ और अनहोनी को देखते हुए प्रशासन ने दोनों प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर रखे हैं। मेटल डिटेक्टर के साथ जांच की कई प्रक्त्रिया से श्रद्धालुओं को सरलता पूर्वक गुजरना पड़ रहा है।

पहले दिन प्रशासन की सजगता हर मोड़ पर नजर आई। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कुछ नाराजगी भी दिखी। बंगाली आश्रम के पास पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को बाईपास से पैदल आना पड़ रहा है। श्रद्धावान यात्रियों के लिए इस परेशानी पर थोड़ी नाराजगी कैंप में बैठे खाकी वर्दीधारियों को झेलना पड़ता है। वैसे कई गयापाल पंडों ने बताया कि वाहनों का जो रूट तय किया गया है। वह अव्यवहारिक है। इस पर प्रशासन को सोचना चाहिए। चूंकि पिंडदान करने आने वाले लोग युवा के साथ-साथ काफी बुजुर्ग भी होते हैं। मेला क्षेत्र के वरीय अधिकारी अपर समाहर्ता प्रभात कुमार झा ने बताया कि पहले दिन 50 हजार यात्री गयाजी आए हैं। गुरुवार की शाम तक मिले आंकड़ों के अनुसार 100 से अधिक बसें व छोटी गाड़ियां पहुंची है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.