Aaj Ka Panchang: पढ़ें 26 अगस्त 2020 का पंचांग, आज है श्रीराधा अष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल
Panchang 26 August 2020 आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि और बुधवार दिन है। आज राधा अष्टमी या राधा जन्माष्टमी है।
Panchang 26 August 2020: हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि और बुधवार दिन है। आज श्रीकृष्ण प्रिया राधा जी का जन्मदिन है। इसे राधा अष्टमी या राधा जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता है। आज के दिन राधारानी का श्रृंगार किया जाता है और उनकी विधि पूर्वक पूजा की जाती है। राधा जी का जन्म दोपहर के समय हुआ था, इसलिए उनकी पूजा दोपहर में ही होती है। आज पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांग
दिन: बुधवार, भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष, अष्टमी का राशिफल।
आज का दिशाशूल: उत्तर।
आज का पर्व एवं त्योहार: श्री राधाष्टमी (राधा जी का जन्मोत्सव)।
आज का राहुकाल: दोपहर 12 बजे से 01:30 बजे तक।
विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी 10 घंटे 40 मिनट तक, तत्पश्चात् नवमी अनुराधा नक्षत्र 13 घंटे 04 मिनट तक, तत्पश्चात् ज्येष्ठा वैधृति योग 19 घंटे 32 मिनट तक, तत्पश्चात् विषकुंभ योग, वृश्चिक में चंद्रमा।
सूर्योदय और सूर्यास्त
26 अगस्त को सूर्योदय सुबह 05 बजकर 57 मिनट पर और सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 58 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
आज राधा अष्टमी दिन चंद्रोदय दोपहर 02 बजकर 17 मिनट पर होगा। चंद्र का अस्त देर रात 12 बजकर 33 मिनट पर होगा।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: आज ऐसा कोई मुहूर्त नहीं हैं।
रवि योग: पूरे दिन ही यह योग रहेगा।
अमृत काल: आज दोपहर 03 बजकर 29 मिनट से शाम को 05 बजकर 04 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 38 मिनट से दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक।
आज भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि है। आज के दिन राधा जी का जन्मोत्सव है। आज के दिन ही दूर्वा अष्टमी और महालक्ष्मी व्रत भी है। महालक्ष्मी व्रत 16 दिनों के लिए होता है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने का यह उत्तम अवसर होता है। 16 दिन तक चलने वाले इस व्रत का उद्यापन 16वें दिन होता है। जो लोग 16 दिन व्रत नहीं कर सकते हैं, वे पहले और आखिरी दिन व्रत रखते हैं। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।