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Aaj Ka Panchang: पढ़ें 15 अगस्त 2020 का पंचांग, आज है अजा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल

Panchang 15 August 2020 आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और दिन शनिवार है। आज अजा एकादशी एवं स्वतंत्रता दिवस है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Sat, 15 Aug 2020 06:59 AM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 04:18 PM (IST)
Aaj Ka Panchang: पढ़ें 15 अगस्त 2020 का पंचांग, आज है अजा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल
Aaj Ka Panchang: पढ़ें 15 अगस्त 2020 का पंचांग, आज है अजा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल

Panchang 15 August 2020: हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और दिन शनिवार है। आज अजा एकादशी है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पूर्व जन्म तक के पापों का नाश हो जाता है। वहीं, देश आज अपनी आजादी का जश्न मना रहा है। आज स्वतंत्रता दिवस की 73वीं वर्षगांठ है। आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

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आज का पंचांग

दिन: शनिवार, भाद्रपद मास, कृष्ण पक्ष, एकादशी तिथि।

आज का दिशाशूल: पूर्व।

आज का राहुकाल: प्रात: 09:00 बजे से 10:30 बजे तक।

आज का पर्व एवं त्योहार: अजा एकादशी, स्वतंत्रता दिवस।

विक्रम संवत 2077, शके 1942, दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु, भाद्रपद मास, कृष्ण पक्ष एकादशी 14 घंटे 21 मिनट तक तत्पश्चात द्वादशी, मृगशिरा नक्षत्र 06 घंटे 36 मिनट तक तत्पश्चात आद्र्रा नक्षत्र, हर्षण योग 09 घंटे 08 मिनट तक तत्पश्चात वज्र योग, मिथुन में चंद्रमा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

15 अगस्त को सूर्योदय सुबह 05 बजकर 50 मिनट पर और सूर्यास्त शाम को 07 बजे होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज अजा एकादशी के दिन चंद्रोदय देर रात 02 बजकर 37 मिनट पर होगा और चंद्र का अस्त अगले दिन 16 अगस्त को शाम 04 बजकर 06 मिनट पर होगा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: दिन में 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक।

अमृत काल: आज रात 08 बजकर 52 मिनट से रात 10 बजकर 30 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 37 मिनट से दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक।

आज भाद्रपद कृष्ण एकादशी तिथि है। आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ अजा एकादशी की कथा सुनी जाती है। इस कथा के श्रवण से व्रत का पुण्य बढ़ जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक व्रत की कथा होती है, जिसे सुनना चाहिए। भाद्रपद मास के 11वें दिन आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।


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