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रंग डारो नहीं मो पे कृष्ण कन्हाई

कबीर रोड स्थित विशेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को रंगोत्सव संगीत संध्या समारोह में जमकर फागुनी बयार बही। आयोजन नगर की सामाजिक सांस्कृतिक संस्था श्री सद्गुरु जनकल्याण समिति की ओर किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था की संरक्षिका अंजली मिश्र व प्रसिद्ध तबला वादक अशोक पांडेय ने दीप प्रज्जवलित कर किया। स

By Edited By: Published: Sat, 15 Mar 2014 12:07 PM (IST)Updated: Sat, 15 Mar 2014 12:17 PM (IST)
रंग डारो नहीं मो पे कृष्ण कन्हाई

वाराणसी। कबीर रोड स्थित विशेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को रंगोत्सव संगीत संध्या समारोह में जमकर फागुनी बयार बही। आयोजन नगर की सामाजिक सांस्कृतिक संस्था श्री सद्गुरु जनकल्याण समिति की ओर किया गया था।

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कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था की संरक्षिका अंजली मिश्र व प्रसिद्ध तबला वादक अशोक पांडेय ने दीप प्रज्जवलित कर किया। सबसे पहले विष्णु मिश्र ने होली गीत व भजन सुनाकर माहौल में रंग भरा। गौरव मिश्र ने भी गीत सुनाकर रंग और गहरा कर दिया। अब बारी थी त्रिवेणी की जिसमें सरोद वादक अंशुमान महाराज, सितार वादक अमरेंद्र मिश्र व तबला पर कुशल मिश्र की प्रस्तुति में राग-रागनियों की सरिता बही। चौथी प्रस्तुति सुप्रसिद्ध पाश्‌र्र्व व भजन गायिका प्रीत-प्रेरणा ने 'रंग रसियों खेले फाग आयोरे आयो नंदलाल', 'रंग डारो नहीं मो पे कृष्ण कन्हाई' आदि गीतों से भावविभोर कर दिया। तबले पर सुशील पांडेय व हारमोनियम पर पंकज मिश्र ने बखूबी संगत किया। कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति प्रसिद्ध सितार वादक पं. नरेंद्र मिश्र ने किया, जिन्होंने राग खमाज की प्रस्तुति की। तबले पर कुशाल मिश्र ने संगत किया। अंतिम प्रस्तुति युगल कत्थक नृत्य रूद्र शंकर व उदय शंकर ने की। इनके साथ तबले पर पं. माता प्रसाद, पखावज पर चंदन मिश्र व हारमोनियम पर संतोष मिश्र ने संगत किया।

कैंपसों में उड़े अबीर-गुलाल- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संस्कृत विश्वविद्यालय सहित अन्य कैंपसों में शुक्रवार को जमकर अबीर-गुलाल उड़े। विद्यार्थियों के संग अध्यापकों व कर्मचारियों में भी होली का उल्लास देखा गया। विद्यार्थी पूरे दिन एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगा कर जमकर होली की मस्ती करते रहे।

संस्कृत विश्वविद्यालय में कर्मचारियों ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया था। दोपहर बाद 18 मार्च तक विश्वविद्यालय बंद कर दिया गया है। दूसरी ओर विद्यापीठ में भी विद्यार्थी होली कीमस्ती में देखे गए। विद्यापीठ की परीक्षा होली बाद अब 20 मार्च से शुरू होगी। दूसरी ओर यूपी बोर्ड की परीक्षा भी अब होली बाद 19 मार्च से होगी। बोर्ड के परीक्षार्थी भी एक-दूसरे को बधाई देते देखे गए।

होली बाद होगा मूल्यांकन-

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की वार्षिक परीक्षा के लिए छह जनपदों में करीब डेढ़ दर्जन संकलन केंद्र बनाए गए हैं। संकलन केंद्रों से उत्तरपुस्तिकाओं के आने का क्रम शुक्रवार से शुरू हो गया है। कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने बताया कि होली के अवकाश के बाद परीक्षा के साथ-साथ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी शुरू कराने की योजना है।


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