Mata Lakshami ke Upay: माता लक्ष्मी को सबसे प्रिय है यह पौधा, जरूर करें इससे जुड़े उपाय
Mata Lakshami ke Upay हिन्दू धर्म में माता लक्ष्मी को धन की देवी के रूप में पूजा जाता है। माता लक्ष्मी की उपासना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और धन की प्राप्ति होती है। आइए पढ़ते हैं माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Mata Lakshami ke Upay: 05 फरवरी 2023 के दिन माघ पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। शास्त्रों में बताया गया है कि माता लक्ष्मी धन एवं समृद्धि की देवी हैं। मान्यता है कि नितदिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से और कुछ उपायों का पालन करने से भक्तों को धन-धान्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माता लक्ष्मी की पूजा में साधकों को धूप-दीप के साथ-साथ पुष्प का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि माता लक्ष्मी को हरसिंगार का पुष्प सर्वाधिक प्रिय है, ऐसे में इस पुष्प से जुड़े कुछ उपायों को करने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं-
कर्ज से मुक्ति के लिए
कर्ज से मुक्ति के लिए हरसिंगार पौधे के जड़ को तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से लाभ मिलता है और धन संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके साथ जातक नारंगी रंग के वस्त्र में हरसिंगार के 7 फूल बांधकर माता लक्ष्मी के सामने रख दें। इस उपाय को भी बहुत कारगर माना जाता है।
धन लाभ के लिए
सुखी जीवन के लिए धन की इच्छा सभी के मन में रहती है। इसलिए धन लाभ के लिए और धन अर्जन के नए अवसर प्राप्त करने के लिए हरसिंगार के 5 सूखे हुए फूलों को पीले रंग के वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें। ज्योतिष शास्त्र में इस उपाय को बहुत ही चमत्कारी माना गया है।
बीमारी से मुक्ति के लिए
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में लगे पेड़-पौधों से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। इसी प्रकार घर में खुशहाली और विभिन्न प्रकार की बिमारियों को दूर रखने के लिए घर के मंदिर में हरसिंगार का पौधा जरूर लगाएं। ऐसा करने से जल्द ही लाभ दिखाई देने लगेगा।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।