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Marriage Dates In December: दिसंबर महीने में विवाह के ये हैं शुभ मुहूर्त, जानें कब से शुरू है खरमास

Marriage Dates In December हिंदू धर्म में विवाह 16 संस्कारों में से एक है। इसका महत्व बहुत ज्यादा है। यह एक मांगलिक और पवित्र कार्य है जिसका संबंध सातों जन्मों से होता है। कोई भी विवाह बिना शुभ मुहूर्त और शुभ तिथि निकाले या जाने बिना नहीं किया जाता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 03:00 PM (IST)Updated: Mon, 07 Dec 2020 02:28 PM (IST)
Marriage Dates In December: दिसंबर महीने में विवाह के ये हैं शुभ मुहूर्त, जानें कब से शुरू है खरमास
Marriage Dates In December: दिसंबर महीने में विवाह के ये हैं शुभ मुहूर्त, जानें कब से शुरू है खरमास

Marriage Dates In December: हिंदू धर्म में विवाह 16 संस्कारों में से एक है। इसका महत्व बहुत ज्यादा है। यह एक मांगलिक और पवित्र कार्य है जिसका संबंध सातों जन्मों से होता है। कोई भी विवाह बिना शुभ मुहूर्त और शुभ तिथि निकाले या जाने बिना नहीं किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से अशुभ होने की संभावना रहती है। इसलिए विवाह हमेशा शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि और विशेष नक्षत्र देखकर ही किया जाना चाहिए। इससे विवाहित जीवन खुशहाल रहता है। कहा जाता है कि विवाह के लिए हस्त, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़, उत्तराभाद्रपद, स्वाति, मघा, मूल, अनुराधा, मृगशिरा, रेवती, रोहिणी नक्षत्र बेहद शुभ बताए जाते हैं। विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो चुके हैं। तो आइए जानते हैं दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्थ कौन-कौन से हैं।

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दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त:

दिसंबर में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 3, 7, 9 और 11 हैं। इन्हीं तारीखों पर विवाह संपन्न किया जाना उत्तम रहेगा। इसके बाद से खरमास लग जाएगा। इस वर्ष खरमास 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इस दिन से सूर्य वृश्चिक राशि से निकलकर देवगुरु बृहस्पति की धनु राशि में प्रवेश करेगा। खरमास में शुभ या विशेष कार्यों का करना वर्जित माना गया है। खरमास 16 दिसंबर से शुरू होकर मकर संक्रांति यानी 14/15 जनवरी 2020 को खत्म होगा।

क्या होता है खरमास?

जब सूर्य देव गुरु की राशि धनु या मीन में विराजते हैं तब खरमास का आरंभ होता है। खरमास का मास पौष है। इसमें किसी भी तरह के मांगलिक कार्य, विवाह आदि जैसे कार्य या संस्कार किए जाने वर्जित माने जाते हैं। लेकिन तीर्थ यात्रा के लिए यह माह सबसे उत्तम मास माना गया है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'  


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