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पितर शांति के लिए किया तर्पण

श्राद्ध पक्ष में श्रीधाम में हजारों लोग अपने पुरुखों के मन की शांति को तर्पण को लगातार आ रहे और विधिविधान से यमुना घाटों पर जल अर्पण कर उन्हें तृप्ति प्रदान कर रहे हैं। हजारों तीर्थयात्रियों की मौजूदगी से बाजार भी गुलजार हो रहे हैं। शुक्रवार को सुबह छह बजे से दोपहर ग्यारह बजे तक धार्मिक नगरी में यमुना के ऐतिहासिक क

By Edited By: Published: Sat, 13 Sep 2014 11:27 AM (IST)Updated: Sat, 13 Sep 2014 11:27 AM (IST)
पितर शांति के लिए किया तर्पण

वृंदावन। श्राद्ध पक्ष में श्रीधाम में हजारों लोग अपने पुरुखों के मन की शांति को तर्पण को लगातार आ रहे और विधिविधान से यमुना घाटों पर जल अर्पण कर उन्हें तृप्ति प्रदान कर रहे हैं। हजारों तीर्थयात्रियों की मौजूदगी से बाजार भी गुलजार हो रहे हैं।

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शुक्रवार को सुबह छह बजे से दोपहर ग्यारह बजे तक धार्मिक नगरी में यमुना के ऐतिहासिक केशी घाट, चीर घाट, श्रंगार घाट और बिहार घाट पर हजारों लोगों का मेला देखा गया। स्थानीय लोगों के अलावा बिहार, बंगाल, उड़ीसा और राजस्थान के हजारों लोगों ने सिर मुंडवाकर अपने पूर्वजों को पंडितों की मदद से यमुना में तर्पण किया। इस दौरान ब्राह्मणों को भोजन भी कराया गया।

शाम को रही मंदिरों में भीड़-

दिन में यमुना में तर्पण, पूजा के बाद शाम को यहां आये हजारों तीर्थयात्री विश्व प्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर, श्री राधारमण, निधिवन राज मंदिर, यमुना मैया मंदिर, राधाबल्लभ, राधादामोदर, राधाश्याम सुंदर, इस्कॉन, प्रेम मंदिर में दर्शन को उमड़ते रहे। शाम छह बजे से रात नौ बजे तक मंदिरों में भीड़ देखी गई।

अनेक लोगों ने की साधु सेवा-

प.बंगाल से आये सैकड़ों लोगों ने अपने पितरों को यमुना में तर्पण और पूजन विधिविधान से करने के बाद बाद साधु सेवा की। उन्हें भोजन कराने के बाद वस्त्र इत्यादि दान किया। प.बंगाल के चंपक दास और विनय विश्वास ने बताया कि उनके यहां साधु सेवा करने का रिवाज है। प.बंगाल से आये सैकड़ों लोगों ने अपने पितरों को यमुना में तर्पण और पूजन विधिविधान से करने के बाद बाद साधु सेवा की। उन्हें भोजन कराने के बाद वस्त्र इत्यादि दान किया। प.बंगाल के चंपक दास और विनय विश्वास ने बताया कि उनके यहां साधु सेवा करने का रिवाज है।


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