रथ पर चढकर किए महाप्रभु के दर्शन
रथयात्रा के दिन तीनों रथ गुंडिचा मंदिर न पहुंच पाने के कारण शुक्रवार को भी रथारूढ़ तीनों विग्रहों का दर्शन भक्तों को हुआ। श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने खड़े तीनों रथों पर भक्तों ने चढ़कर भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया। इस अवसर पर पुलिस व प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों श्
भुवनेश्वर। रथयात्रा के दिन तीनों रथ गुंडिचा मंदिर न पहुंच पाने के कारण शुक्रवार को भी रथारूढ़ तीनों विग्रहों का दर्शन भक्तों को हुआ। श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने खड़े तीनों रथों पर भक्तों ने चढ़कर भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया। इस अवसर पर पुलिस व प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
देश के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने इस मौके को हाथ से न जाने दिया और स्वतंत्र रूप से लगाई गई सीढ़ी पर चढ़कर रथ पर पहुंचे। रथ के ऊपर चढ़ना और भगवान को बिल्कुल सामने देखना तथा उन्हें स्पर्श करने का रोमांच अनेक भक्तों ने अनुभव किया। इनमें से कई भक्त तो अपने को भाग्यवान बताते नहीं थक रहे थे। यह पहला मौका है कि रथों पर श्री विग्रहों को तीन दिन लोगों ने देखा। रथ के ऊपर भगवान की नीति व पूजा अनुष्ठित हुई और कोराखई का विशेष भोग लगाया गया। इस मौके पर श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने वाले शरधाबाली में भक्तों की अपार भीड़ जुटी रही।
गौरतलब है कि श्रीमंदिर प्रशासन ने पहले रथ पर चढ़कर भगवान को स्पर्श न करने की घोषणा की थी। मगर बाद में सेवायतों के दबाव में यह निर्णय बदलना पड़ा। रथ पर चढ़ने की अनुमति मिल जाने के कारण इस बार सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान को करीब से देखा और उन्हें स्पर्श किया। शुक्रवार देर शाम विग्रहों को पहंडी के जरिए गुंडिचा मंदिर (मौसी के घर) पहुंचाया गया।
जेएसपीएल ने की श्रद्धालुओं की सेवा-
विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जेएसपीएल की तरफ से जगन्नाथ महाप्रभु के भक्तों को रथयात्रा के अवसर पर विभिन्न प्रकार की सेवा की गई। जेएसपीएल के ओपी जिंदल स्कूल के 20 से अधिक स्काउट कैडेट के सहयोग से लगभग 1600 लीटर पेयजल वितरण किया गया। जेएसपीएल की तरफ से एक डॉक्टर, पारा मेडिकल कर्मी, आक्सीजन सिलेंडर एवं जीवनरक्षक मोबाइल हेल्थ यूनिट का नियोजन किया गया था। इस अवसर पर जेएसपीएल के कार्यकारी निदेशक दिनेश कुमार सरावगी ने कहा कि इस पवित्र रथयात्रा के अवसर पर मैं महाप्रभु से प्रार्थना करता हूं कि अनुगुल व समग्र राज्य को सुख समृद्धि व उन्नति मिले। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में जेएसपीएल के मैनेजर आशुतोष मिश्र, सत्यरंजन मिश्र, तापस महान्ति, विश्वनाथ महापात्र, सुमन पृष्टि, सामुएल गणनायक, कपिलेन्द्र मुदुली, मनोज देहुरी, नमिता प्रधान व सीएसआर विभाग के अन्य कर्मचारियों का योगदान रहा।
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